Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 11:07 AM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़़ ने शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल द्वारा 25 जुलाई से जबर विरोधी अभियान चलाने पर
अबोहर (भारद्वाज): पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़़ ने शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल द्वारा 25 जुलाई से जबर विरोधी अभियान चलाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पंजाब के इतिहास में पहली बार सूझवान मतदाताओं ने अकाली दल को हाशिए पर ला खड़ा किया है। यह स्थिति सहन न करते हुए ऐसी संस्कृति के अभ्यस्त हो चुके सुखबीर बादल अब जबर विरोधी अभियान चलाने की बात करते हैं, जबकि उनके शासन में पिछले 10 सालों में लोगों ने बेपनाह जबर झेला।
अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए जाखड़़ ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में केवल 4 माह पूर्व कार्यभार संभालने वाली सरकार ने प्रशासन का राजनीतिकरण समाप्त करके बी.आई.पी. कल्चर पर विराम लगा दिया है। हैरानी इस बात कि है कि जो शिअद-भाजपा नेता बीते दशक में लोकतंत्र की किसी भी कसौटी पर खरे नहीं उतरे वे कांग्रेस सरकार से 4 माह का हिसाब मांग रहे हैं। किसानों के कर्जे माफ करने की दिशा में हुई प्रगति की चर्चा करते हुए जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस मामले में अनूठी मिसाल पेश की है। पिछली सरकार पंजाब के खजाने पर सवा 2 लाख करोड़ का कर्जा छोड़ गई थी लेकिन वर्तमान सरकार ने 8 लाख किसान परिवारों का पूरा कर्जा माफ कर दिया है। सर्वेक्षण के अनुसार कुल 13 लाख परिवार कृषि कार्य में जुटे हुए हैं। इनमें से शेष 3 लाख परिवारों को भी राहत दिलाने के लिए निकट भविष्य में प्रयास किए जाएंगे। अबोहर के विकास की चर्चा किए जाने पर जाखड़ ने कहा कि हार्टीकल्चर यूनिवर्सिटी अबोहर के लिए मंजूर करना वर्तमान सरकार की सबसे बड़ी देन है।
मृतक किसान के परिवार से जाखड़ ने संवेदना व्यक्त की : प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ गांव सप्पांवाली में युवा किसान शेर सिंह संधू (25) के निवास स्थान पर संवेदना व्यक्त करने गए। शेर सिंह संधू ने कुछ दिन पूर्व कर्ज से परेशान होकर नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जाखड़ ने शेर सिंह के पिता मोदन सिंह से सहानुभूति व्यक्त की। इस दौरान प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को 3 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी गई। इस अवसर उपमण्डल अधिकारी पूनम सिंह, पुलिस कप्तान अमरजीत सिंह, देहात कांग्रेस के प्रधान दलमीर सिंह दानेवालिया व गांव मौजगढ़ के पूर्व सरपंच राजेश जाखड़ आदि उपस्थित थे।