Edited By Updated: 15 Feb, 2017 05:28 PM
पंजाब कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता व पार्टी उपाध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि पंजाब विश्वविद्यालय से संबंधित कालेजों में फीस बढौतरी का
जालंधर (धवन): पंजाब कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता व पार्टी उपाध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि पंजाब विश्वविद्यालय से संबंधित कालेजों में फीस बढौतरी का पार्टी कड़ा विरोध करती है तथा उन्होंने इस पर गहरी चिन्ता जताते हुए कहा है कि इससे विद्याॢथयों व उनके अभिभावकों पर भारी वित्तीय बोझ पड़ गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्किल इंडिया के नाम से बड़ी बड़ी घोषणाऐं कर रहे हैं, लेकिन युवा वर्ग उच्च शिक्षा प्राप्त तभी करेगा, जब उसे सस्ती शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वार्षिक परीक्षाएं निकट आ रही हैं। उस समय पंजाब विश्व विद्यालय ने लगभग तीन गुणा फीस बढ़ौतरी करके विद्याथियों के सामने भारी संकट पैदा कर दिया है। इसका सीधा परिणाम परीक्षाओं पर पड़ सकता है।
जाखड़ ने कहा कि 8 नवम्बर को घोषित नोटबंदी ने भी अभिभावकों व विद्यार्थियों के लिए परेशानियां पैदा कर दी थीं। भारतीय रिजर्व बैंक ने स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं को फीस के एवज में पुराने नोट लेने की अनुमति नहीं दी। जबकि नई करंसी बैंकों से निकालना असंभव हो गया है था और ए.टी.एम. बंद कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की इतनी बुरी मार लोगों को अब भी झेलनी पड़ रही है, जिसका अनुमान लगाना केन्द्र सरकार के लिए असंभव है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार को अपना अहंकार त्यागना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि नोटबंदी के कारण पंजाब सहित पूरे देश में व्यापारिक गतिविधियां ठप्प होकर रह गईं। इससे व्यापारिक समुदाय की आमदनी में भारी गिरावट आई है।
उन्होंने कहा कि नई करंसी को लेकर अभी भी संकट बरकरार है। ऐसी स्थिति में पंजाब विश्वविद्यालय को अडिय़ल रुख त्याग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों का मानना है कि आसपास के सभी प्रदेशों से कहीं ज्यादा फीस पंजाब में वसूल की जा रही है। इस तरह के अन्याय से युवा पीढ़ी में रोष फैलना स्वाभाविक है। इसलिए फीस बढ़ौतरी का फैसला तुरन्त वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार नौजवानों के भविष्य को लेकर कतई चिंतित नहीं है। फीस बढ़ौतरी के कारण कई नौजवान पढ़ाई से वंचित रह जाएंगे।