Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 09:35 AM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आज व्यापारियों के मसलों को लेकर भाजपा पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में चल रहे चुनावी अभियान के दौरान जी.एस.टी. व नोटबंदी का जिक्र क्यों नहीं किया
जालंधर/चंडीगढ़ (धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आज व्यापारियों के मसलों को लेकर भाजपा पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में चल रहे चुनावी अभियान के दौरान जी.एस.टी. व नोटबंदी का जिक्र क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि मोदी जानबूझ कर जनता को भ्रमित करने के उद्देश्य से अपना सियासी प्रचार कांग्रेस तथा पाकिस्तान तक सीमित रखने की कोशिशों में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा व मोदी को मालूम है कि जी.एस.टी. व नोटबंदी के कारण आम जनता तथा व्यापारी वर्ग बुरी तरह से प्रभावित हुआ है, इसलिए वह अपने चुनावी अभियान के दौरान जी.एस.टी. का जिक्र नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को पता है कि अगर वह व्यापारियों के मसले पर बोलेंगे तो उसकी पोल खुल जाएगी। जी.एस.टी. को लेकर मसले अभी तक हल नहीं हुए हैं। केंद्र सरकार जी.एस.टी. का राज्यों को बनता हिस्सा देने में देरी कर रही है।
राज्य सरकारों के सामने जानबूझ कर आॢथक मुश्किलें पैदा की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि चाहे प्रधानमंत्री जी.एस.टी. जैसे मुद्दे से दौडऩे की जितनी मर्जी कोशिश कर लें परंतु इसका असर गुजरात चुनावों में देखने को अवश्य मिलेगा क्योंकि व्यापारी, किसान तथा मजदूर वर्ग जी.एस.टी. के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह से मिले जाखड़, अकाली नेताओं के केसों को लेकर चर्चा
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह से आज पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बैठक की, जिसमें अकाली नेताओं के खिलाफ हाईकोर्ट के आदेशों पर दर्ज किए गए केसों को लेकर चर्चा की गई। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि कैप्टन तथा जाखड़ ने राज्य के सियासी माहौल, कार्पोरेशन चुनावों तथा अकाली नेताओं से निपटने की रणनीति पर विस्तार से विचार-विमर्श किया।
बैठक में जाखड़ ने मुख्यमंत्री को रिपोर्ट दी कि कांग्रेस आसानी से जनता के सहयोग से कार्पोरेशन चुनाव जीत लेगी, क्योंकि जनता के अंदर अकालियों के 10 वर्षों के शासनकाल में फैले माफियाराज व भ्रष्टाचार को लेकर नफरत की भावना अब भी पाई जा रही है।