Edited By Updated: 24 Mar, 2017 09:35 AM
आम आदमी पार्टी के विधानसभा में चीफ व्हिप भुलत्थ विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने पार्टी की लीडरशिप के खिलाफ बड़ा हमला बोला है। हालांकि पंजाब केसरी ने बीते 12 मार्च को ही उनके दिल्ली के खिलाफ नाराजगी संबंधी खबर प्रकाशित की थी।
चंडीगढ़ (रमनजीत): आम आदमी पार्टी के विधानसभा में चीफ व्हिप भुलत्थ विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने पार्टी की लीडरशिप के खिलाफ बड़ा हमला बोला है। हालांकि पंजाब केसरी ने बीते 12 मार्च को ही उनके दिल्ली के खिलाफ नाराजगी संबंधी खबर प्रकाशित की थी।
अब सुखपाल खैहरा ने एक बार फिर से हार के लिए दिल्ली के पैटर्न व दिल्ली की टीम को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि यदि 2019 में आम आदमी पार्टी को मजबूत बनकर उभरना है तो ‘दिल्ली टीम शुड गो बैक’। खैहरा ने कहा कि पंजाब में नुक्सान का सबसे बड़ा कारण यही रहा है कि चुनाव को लेकर ज्यादातर फैसलों में पंजाबी नेताओं को पूरी तरह से दरकिनार किया गया। यहां तक कि टिकट आबंटन के मामले में पंजाबी नेताओं को तवज्जो देना तो दूर, ऐलान के मुताबिक वालंटियर्स और कैंपेन कमेटी की भी नहीं सुनी गई। उन्होंने कहा कि वह ये सभी बातें बार-बार पार्टी फोरम में उठाते रहे हैं, लेकिन इन बातों पर ध्यान नहीं दिया गया।
पत्रकारों से बात करते हुए खैहरा ने कहा कि हाल ही में जालंधर में बैठक में ज्यादातर वालंटियर्स की राय यही थी कि हार का बड़ा कारण दिल्ली का अत्यधिक दखल है। पार्टी के छोटे से छोटे फैसले में भी यदि दिल्ली के नेताओं का मुंह देखना पड़ेगा तो काम कैसे चलेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान टिकट आबंटन का काम पूरी तरह से संजय सिंह और दुर्गेश पाठक के हाथ में था जबकि पार्टी द्वारा कहा गया था कि वालंटियर्स की इच्छा से टिकटें बंटेंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसी का नतीजा है कि ‘आप’ 20 सीटों तक सिमट कर रह गई है। उन्होंने कहा कि वालंटियर्स की तो बात दूर रही, पार्टी की दिल्ली टीम ने तो पंजाबी नेताओं और कैंपेन कमेटी तक से राय नहीं ली।
‘आप’ विधायक ने कहा कि अभी भी मौका है पार्टी लीडरशिप को चाहिए कि पंजाब से दिल्ली टीम को वापस बुलाया जाए और इंचार्ज पंजाब से ही किसी को लगाया जाए। इसके साथ ही वर्किंग कमेटी, फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशंस को भी रीस्ट्रक्चरिंग की जरूरत है। ऐसा करके ही पंजाब 2019 लोकसभा चुनाव में ‘आप’ को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि सच बोलने पर यदि उनके खिलाफ पार्टी की ओर से कोई एक्शन लिया जाता है तो वह तैयार हैं।