Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 10:57 AM
मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा हलका इंचार्ज की प्रथा को खत्म करने के अपने वायदे से मुकरने के लिए उनकी आलोचना करते हुए पंजाब
चंडीगढ़ (ब्यूरो): मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा हलका इंचार्ज की प्रथा को खत्म करने के अपने वायदे से मुकरने के लिए उनकी आलोचना करते हुए पंजाब विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि ऐसा चुने हुए नुमाइंदों के कामों में दखलअंदाजी करने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव से पहले बादलों के काम करने के इस गैर-प्रजातांत्रिक तरीके की आलोचना करती थी परंतु सरकार बनने के बाद उनके नक्शे कदम पर चल रही है। खैहरा ने कहा कि हलका इंचार्ज की गैर-लोकतांत्रिक नियुक्ति की आलोचना राजसी पार्टियों के बिना पंजाब के आम लोग भी करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कै. अमरेंद्र सिंह ने खडूर साहिब से एम.एल.ए. रमनजीत सिंह सिक्की को भुलत्थ का हलका इंचार्ज लगाकर अपने चुनाव मनोरथ पत्र में भी वायदा खिलाफी की है।
खैहरा ने कहा कि रमनजीत सिक्की ने भुलत्थ का हलका इंचार्ज बनकर खडूर साहिब के लोगों जिन्होंने उनको 2 बार एम.एल.ए. बनाया के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करना वोटरों की पीठ में छुरा घोंपने और उनको छोडऩे के बराबर है। उन्होंने कहा कि कैप्टन बताएं कि सिक्की की नियुक्ति उनसे पूछकर की गई है या इसके अधिकार भ्रष्टाचारी मंत्री राणा गुरजीत को दिए गए हैं।