Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 07:29 PM
पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू ने सुखबीर बादल की कांग्रेस के ...
जालंधर: पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू ने सुखबीर बादल की कांग्रेस के कथित अत्याचारों के खिलाफ लहर को मनगढ़त करार देते हुए कहा कि प्रदेश के शिअद प्रमुख इस सदमें से वह अब तक ऊबर नहीं पाए हैं कि राज्य की जनता ने उन्हें जनविरोधी नीतियों के कारण बाहर का रास्ता दिखा दिया। जालंधर जिले के सीचेवाल में एक कार्यक्रम में भाग लेने आए सिद्धू ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अकालियों के खिलाफ कांग्रेस का अत्याचार और इसके विरोध में शिअद की राज्य में विरोधी लहर केवल और केवल सुखबीर बादल की मनगढंत कल्पना है।
सिद्धू ने कहा कि शिअद अध्यक्ष और लहर ऐसी लगती है मानो कोई दोषी व्यक्ति किसी निर्दोष पर आरोप लगा रहा हो क्योंकि दस साल के अकाली शासन के दौरान लोगों पर न केवल अत्याचार हुआ बल्कि उनका उत्पीडऩ और अन्याय भी हुआ है। मंत्री ने सुखबीर से पूछा कि कांग्रेस और राज्य सरकार पर अत्याचार का आरोप लगाकर इस तरह विरोधी लहर की नाटकबाजी करने से पहले प्रदेश में उन्हें अत्याचार का कोई एक उदाहरण बताना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि सुखबीर शायद इस बात को भूल गए हैं उनकी सरकार के अत्याचारों और जनविरोधी नीतियों के कारण ही प्रदेश की बुद्धिमान जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस से वह अबतक उबर नहीं पाए हैं इसलिए स्वयं को अब भी उपमुख्यमंत्री ही मान रहे हैं।
सिद्धू ने कहा कि सचाई यह है कि शिअद की यह अबतक की सबसे बड़ी और बुरी हार है क्योंकि पार्टी विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद पाने में भी नाकाम रही है और यही आवाम के मन में सुखबीर और उनकी मंडली के खिलाफ गुस्से को झलकाता है। मंत्री ने कहा कि सुखबीर मीडिया में बने रहने के लिए इस तरह की गलतबयानी करते रहते हैं। शिअद के दस साल के भ्रष्ट और निरंकुश शासन के दौरान लोगों का जिस प्रकार उत्पीडऩ किया गया और उन पर अत्याचार किया गया है जो जगजाहिर है और इसके लिए आवाम सुखबीर और उनकी पार्टी को कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यह लहर सत्ता से बाहर चल रहे सुखबीर की निराशा और कुर्सी की छटपटाहट को भी दर्शाता है क्योंकि जनादेश कांग्रेस के पक्ष में है। सिद्धू ने कहा कि कैप्टन के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार प्रदेश को उसका खोया गौरव वापस दिलाने के लिए खाका तैयार कर रही है।