Edited By Updated: 25 May, 2017 02:20 PM
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष व पंजाब के पूर्व डिप्टी सी.एम. सुखबीर बादल अगले माह...
चंडीगढ़(ए.एस.पराशर): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष व पंजाब के पूर्व डिप्टी सी.एम. सुखबीर बादल अगले माह से शुरू होने जा रहे विधानसभा के बजट सत्र में भाग लेंगे। इस दौरान वह जिम्मेदार विपक्षी नेता का रोल निभाएंगे। याद रहे कि सुखबीर तथा उनके पिता पूर्व सी.एम. प्रकाश सिंह बादल ने मार्च में हुए पहले सत्र में हिस्सा नहीं लिया था।
बड़े बादल का कहना था कि पसली में चोट लगने के चलते डाक्टर ने आराम करने की सलाह दी है जबकि सुखबीर का कहना था कि दिल्ली विधानसभा उपचुनाव तथा अन्य राजनीतिक गतिविधियों में व्यस्तता के कारण ज्यादा समय देश की राजधानी में ही बिताना है। सुखबीर का कहना है कि उन्होंने पूरे चुनाव अभियान को बडी बारीकी से मैनेज किया। काफी समय तक ‘आप’, कांग्रेस तथा अकाली-भाजपा एक दूसरे को बराबर की टक्कर दे रहे थे, लेकिन मतदान से कुछ दिन पहले ऐसी घटनाएं हो गईं जिन्होंने माहौल ही बदल दिया।
जिम्मेदार विपक्षी नेता का निभाएंगे रोल-
दिल्ली में डेरा
दिल्ली विधानसभा उपचुनाव से लेकर अब तक सुखबीर अधिकतर समय दिल्ली में ही बिता रहे हैं। गत अढ़ाई माह के दौरान उन्होंने पंजाब के कुछ स्थानों का शुकराना दौरा किया है। एक-दो धार्मिक समागमों में भी भाग लिया है। विधानसभा चुनाव पश्चात शपथ लेने के बाद चंडीगढ़ का यह उनका पहला दौरा है।
विभाजित है विपक्ष
पहले सत्र में भी ‘आप’ ने कांग्रेस के साथ शिअद पर राजनीतिक हमले करने का कोई मौका नहीं छोड़ा था। ऐसे में यदि ‘आप’ ने कोई मुद्दा उठाया तो शिअद साथ नहीं देगी। यदि शिअद को किसी मुद्दे पर वाकआऊट करना पड़ा तो ‘आप’ साथ नहीं देगी। उनका मानना है कि यदि सदन में विपक्ष ऐसे ही विभाजित रहा तो सरकार की डगर आसान हो जाएगी।
बदला सियासी वातावरण भी
प्रदेश में सियासी वातावरण उस समय बदलना शुरू हो गया था जब ‘आप’ नेता अरविंद केजरीवाल मोगा में पूर्व खालिस्तानी आतंकवादी के घर एक रात के लिए रुके थे। दूसरी घटना भटिंडा जिले के मौड़मंडी में बम धमाका था। इसमें कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा। दहशत का माहौल बन गया क्योंकि कोई नहीं चाहता था कि राज्य की शांति भंग हो फलस्वरूप अधिकतर वोटें कांग्रेस के पक्ष में चली गईं।
6 किलो वजन किया कम
दिल्ली में रहकर सुखबीर ने अपना वजन 6 किलो तक कम कर लिया है। उनका लक्ष्य 10 किलो और वजन कम करने का है। वह सप्ताह में कम से कम 5 दिन व्यायाम करते हैं। खाने-पीने पर भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। इतना ही नहीं,अब कुर्ता पजामा की बजाय पैंट-कमीज पहननी शुरू कर दी है।
किसी भी दल में तोड़-फोड़ का इरादा नहीं
सुखबीर बादल का यह भी कहना है कि उनकी पार्टी का किसी अन्य दल से विधायक तोडऩे का न तो कोई इरादा है और न ही कोई तुक बनता है क्योंकि विधायक तोड़कर भी अकाली दल-भाजपा गठबंधन प्रदेश में अपनी सरकार नहीं बना सकता।