Edited By Updated: 19 Apr, 2017 12:39 PM
पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को अब गिद्दड़बाहा में पत्रकार पर हुए हमले के मामले में चौथा स्तम्भ क्यों याद आ गया, जबकि 1999 में वह खुद
भटिंडा (विजय): पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को अब गिद्दड़बाहा में पत्रकार पर हुए हमले के मामले में चौथा स्तम्भ क्यों याद आ गया, जबकि 1999 में वह खुद पत्रकारों के साथ धक्केशाही कर चुके हैं। ये शब्द कोटकपूरा में 1999 में सुखबीर बादल के साथ हुए विवाद के बाद उनके खिलाफ अदालत के माध्यम से केस दर्ज करवाने वाले पत्रकार नरेश सहगल ने भटिंडा में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहे। सहगल ने कहा कि 1999 के दौरान सुखबीर बादल को चौथा स्तम्भ क्यों याद नहीं आया। अब जब गिद्दड़बाहा में पत्रकार पर कुछ कथित कांग्रेसियों ने हमला किया है तो सुखबीर बादल को एकाएक चौथे स्तम्भ की फिक्र हो गई।
उन्होंने बताया कि 1999 की उक्त घटना के दौरान उन्होंने सुखबीर बादल की कुछ तस्वीरें खींच ली थीं, जो उनको रास नहीं आईं। इस पर उन्होंने पत्रकारों के साथ मारपीट करके कैमरे तक छीन लिए थे। उक्त घटना के बाद पुलिस ने भी पत्रकारों की बात नहीं सुनी जिस कारण उन्होंने तथा उनके साथी अजय वर्मा अदालत के माध्यम से पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ कोटकपूरा में मामला दर्ज करवाया था जो अभी भी अदालत में विचाराधीन है।