Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Aug, 2017 12:29 PM
जिले के गांव चनारथल खुर्द का एक किसान परिवार एक आढ़ती की धक्केशाही से इतना परेशान हो गया कि उस परिवार के तीसरे सदस्य देवेंद्र सिंह ने भी आज फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
फतेहगढ़ साहिब (जगदेव): जिले के गांव चनारथल खुर्द का एक किसान परिवार एक आढ़ती की धक्केशाही से इतना परेशान हो गया कि उस परिवार के तीसरे सदस्य देवेंद्र सिंह ने भी आज फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान देवेंद्र सिंह के रिश्तेदार जसविंद्र सिंह तथा किसान यूनियन डकौंदा के प्रधान हरनेक सिंह भल्लमाजरा, शीतल सिंह व राम सिंह ने बताया कि करीब 11 वर्ष पहले गुरलाभ सिंह ने गांव के एक आढ़ती से 4 लाख रुपए का कर्ज लिया था।
इसका ब्याज जोड़ कर आढ़ती ने 25 लाख रुपए रकम बना दी थी। जब गुरलाभ सिंह कर्ज वापस करने में असमर्थ हो गया तो आढ़ती ने उसकी 4 एकड़ जमीन धोखे से 60 लाख में बेच दी और उनको अपने पैसे काट कर बाकी बनती रकम पर उसका ब्याज देने का वायदा किया लेकिन इसके बाद आढ़ती उक्त रकम देने से बचने लगा, जिसका कोर्ट में भी केस चल रहा था। इंसाफ न मिलने के कारण पहले गुरलाभ के बेटे गुरप्रीत सिंह ने करीब 8 वर्ष पहले आत्महत्या कर ली थी।
इसके बाद पिछले वर्ष पटियाला में धरने के दौरान गुरलाभ सिंह ने जहरीला पदार्थ निगल कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी। इसके बाद उक्त गुरलाभ सिंह का लड़का देवेंद्र सिंह काफी परेशान रहने लगा था, उसने दरवाजे को कुंडी लगाकर कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसी प्रकार अब किसान परिवार में सिर्फ मृतक देवेंद्र सिंह की माता जसपाल कौर रह गई है, जिसका अब कोई सहारा नहीं है। उन्होंने बताया कि गांव निवासियों ने पंचायत की उपस्थिति में कमरे के दरवाजे की कुंडी खोली।
जिला परिषद के चेयरमैन बलजीत सिंह भुट्टा ने कहा कि किसान परिवार को इंसाफ न मिलने पर संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने किसानों का पूरा कर्ज माफ करने का दावा किया था, लेकिन इस दावे से अब सरकार भाग रही है, जिस कारण किसान वर्ग में आत्महत्या का दौर और बढ़ता जा रहा है। इस संबंध में थाना मूलेपुर के इंचार्ज शमशेर सिंह ने बताया कि मृतक देवेंद्र सिंह के पारिवारिक सदस्यों के बयानों के आधार पर कथित आरोपियों के खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी।