Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 09:25 AM
कर्ज से परेशान एक किसान ने आत्महत्या कर ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्ज के कारण पहले तो किसान ने अपनी जमीन बेच दी। फिर जमीन बिकने के बाद ठेके पर जमीन लेकर कृषि करनी शुरू कर दी परंतु उसमें भी घाटा पड़ गया, जिस कारण.........
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): कर्ज से परेशान एक किसान ने आत्महत्या कर ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्ज के कारण पहले तो किसान ने अपनी जमीन बेच दी। फिर जमीन बिकने के बाद ठेके पर जमीन लेकर कृषि करनी शुरू कर दी परंतु उसमें भी घाटा पड़ गया, जिस कारण इस सीजन में उक्त किसान जमीन भी ठेेके पर नहीं ले सका। सिर पर आढ़ती का कर्ज था व घर में आॢथक तंगी, जिस कारण सहजड़ा वासी किसान गुरविन्द्र सिंह परेशान रहता था। गत रात्रि उसने अपने घर पर कोई विषैली चीज निगलकर आत्महत्या कर ली।
हमारा तो सब कुछ लुट गया
मृतक किसान गुरविन्द्र सिंह के छोटे भाई मनजीत सिंह ने कहा कि कर्ज कारण ही हमारा तो सब कुछ लुट गया है। ऋण के कारण उसका भाई परेशान रहता था। इस परेशानी के चलते ही उसने आत्महत्या कर ली। किसान संगठनों ने की किसानों का सारा कर्ज माफ करने की मांग भाकियू लक्खोवाल के ब्लाक महलकलां के अध्यक्ष गुरध्यान सिंह,बलविन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार ने तो सिर्फ बैंकों का कर्ज ही माफ किया है परंतु कई किसानों व आढ़तियों पर अन्य व्यक्तियों का कर्जा है।
कई किसान पढ़े-लिखे न होने से बैंकों से कर्ज लेने की बजाए आढ़तियों से ही कर्ज लेते हैं। कर्ज के बोझ से किसान आत्महत्या कर रहा है। 3 महीनों में ऋण ने 8 किसानों की जान लील ली है। पंजाब कृषि प्रधान देश है। यदि पंजाब की कृषि को बचाना है तो किसानों के लिए ठोस नीति अपनानी पड़ेगी व सारा कर्जा माफ करना पड़ेगा।