Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jul, 2017 11:38 AM
जिला बरनाला में कर्जे की मार में आए किसानों द्वारा आत्महत्या करने का दौर जारी है। गत रात भी एक किसान ने विषैली चीज निगलकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले 7 किसान 2 महीनों में जिला बरनाला में आत्महत्या कर चुके हैं।
बरनाला(विवेक सिंधवानी, गोयल): जिला बरनाला में कर्जे की मार में आए किसानों द्वारा आत्महत्या करने का दौर जारी है। गत रात भी एक किसान ने विषैली चीज निगलकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले 7 किसान 2 महीनों में जिला बरनाला में आत्महत्या कर चुके हैं। बरसाती पानी से हो गई थी फसल खराब सिविल अस्पताल में जानकारी देते हुए मृतक किसान परविन्द्र सिंह (27) पुत्र सेवक सिंह वासी मेहता के चाचा गुरदीप सिंह ने बताया कि उसके भतीजे के 2 छोटे-छोटे बच्चे हैं, उसके अपने पास तो 3 एकड़ के लगभग जमीन थी परंतु 12 एकड़ के करीब उसने जमीन ठेके पर ले ली।
उस जमीन में उसने नरमा व धान बीज दिया परंतु बरसाती पानी के कारण ये दोनों फसलें खराब हो गईं। इसके सिर पहले भी उस पर 3-4 लाख का कर्जा था। फसल बर्बाद होने के कारण इसके दिमाग पर और बोझ पड़ गया। गत शाम वह खेतों में गया उसने वहां विषैली चीज निगल ली, उसको अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
किसानों का कर्जा फौरी तौर पर माफ करे सरकार
मृतक के चाचा गुरदीप सिंह ने कहा कि यदि सरकार मृतक को खराब हुई फसल का मुआवजा फौरी तौर पर दे देती तो शायद उसके भतीजे की जान बच जाती। उन्होंने केन्द्र सरकार व पंजाब सरकार से मांग की कि वे किसानों का कर्जा फौरी तौर पर माफ करें ताकि पंजाब का किसान आत्महत्या करने से बच सके।