Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 May, 2017 09:35 AM
नजदीकी गांव भाना के एक भट्ठा मजदूर द्वारा आर्थिक तंगी से परेशान होकर जहरीला पदार्थ निगल लिए जाने का समाचार प्राप्त हुआ है।
कोटकपूरा (नरिन्द्र): नजदीकी गांव भाना के एक भट्ठा मजदूर द्वारा आर्थिक तंगी से परेशान होकर जहरीला पदार्थ निगल लिए जाने का समाचार प्राप्त हुआ है। समय से डाक्टरी सहायता मिलने के कारण, हालांकि उसकी जान बच गई। उक्त भट्ठा मजदूर सुखचैन सिंह फरीदकोट के एक ईंटों के भट्ठे पर काम करता था।
कोटकपूरा के एक निजी अस्पताल में इलाज दौरान उसकी हालत में सुधार हो रहा है और पुलिस ने उसके बयान लिए हैं। पंजाब खेत मजदूर यूनियन के जिला सचिव गुरपाल सिंह नंगल और राज्य कमेटी मैंबर बूटा सिंह ने बताया कि भट्ठे पर 6 महीने काम करने के बावजूद भी भट्ठे के मुंशी द्वारा सुखचैन सिंह पर 10 हजार रुपए बकाया निकाल दिए जाने के कारण उसने ऐसा कदम उठा लिया। यूनियन ने मांग की कि भट्ठा मजदूर को इलाज का खर्च दिया जाए, नहीं तो जत्थेबंदी संघर्ष करने के लिए मजबूर होगी।