Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Aug, 2017 01:37 PM
पुलिस व प्रशासन द्वारा कथित तौर पर सुनवाई न किए जाने पर एक व्यक्ति ने जिला अदालत रूपनगर में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की,
रूपनगर (कैलाश): पुलिस व प्रशासन द्वारा कथित तौर पर सुनवाई न किए जाने पर एक व्यक्ति ने जिला अदालत रूपनगर में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की, जिसे उपचार के लिए एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया है। रणवीर सिंह पुत्र कर्म सिंह निवासी गांव अभयपुर जिला मोहाली ने बताया कि उसके भाई अरविन्द्र सिंह ने लोगों से क्रशर की पेमैंट आदि की करोड़ों रुपए की राशि लेनी है, परंतु संबंधित लोगों द्वारा उसके भाई को राशि नहीं लौटाई जा रही। आज 11 से 12 बजे के बीच जब वह जिला अदालत परिसर में स्थित अदालत नंबर 2 में अपने बयान दर्ज करवाने के लिए पहुंचा तो उस समय जज साहब अदालत में मौजूद नहीं थे। इसी बीच अरविन्द्र सिंह ने जहर निगल लिया, जिसे उसके साथ आए क्रशर के मुंशी ने स्थानीय परमार अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया।
14 व्यक्तियों के नाम लिखे हैं सुसाइड नोट में
रणवीर सिंह ने अपने भाई अरविन्द्र सिंह की जेब से मिला सुसाइड नोट भी पत्रकारों को दिया, जिसमें अरविन्द्र सिंह ने लगभग 14 व्यक्तियों के नाम लिखे हैं, जिनसे वसूली न होने के कारण उसने आज दुखी होकर जहर खाया है। समाचार लिखे जाने तक अरविन्द्र सिंह जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में जूझ रहा था। इस अवसर पर उसकी पत्नी और उसकी माता भी मौजूद थी। रणवीर सिंह ने मुख्यमंत्री पंजाब से गुहार लगाई है कि राजनीतिक पहुंच रखने वाले उक्त लोगों, जिनसे उनके भाई ने लाखों-करोड़ों रुपए वसूल करने हैं, की जांच करवाई जाए और आरोपियों को बनती सजा दी जाए।
अधूरे थे सबूत, हो रही है मामले की जांच : एस.पी. (डी)
इस संबंध में जब उक्त मामले की छानबीन कर रहे एस.पी. (डी) मोहाली हरवीर सिंह अटवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अरविन्द्र सिंह की रिकवरी का मामला गत माह ही उनके पास आया है। अरविन्द्र सिंह द्वारा क्लेम किए जा रहे रुपए के सबूत पहुंची मिसल के साथ अधूरे थे। इसके अलावा अरविन्द्र सिंह ने कुछ सबूत गत सप्ताह ही उन्हें दिए हैं। अरविन्द्र सिंह द्वारा जॉॢजया (विदेश) भेजने के लिए दिए गए 35 लाख, क्रशर, टिप्परों आदि के लाखों रुपए के बकाए का दावा किया है तथा वह उक्त मामलों की छानबीन कर रहे हैं। एक-दो मामलों में तो उन्होंने दोनों पार्टियों को आमने-सामने बैठाने की कोशिश भी की तथा कुछ मामलों की गई छानबीन में वह बेहद करीब पहुंच गए हैं। पुलिस प्रशासन अरविन्द्र सिंह को इंसाफ दिलाने के लिए वचनबद्ध है।