Edited By Updated: 21 Feb, 2017 10:45 AM
शिक्षा विभाग द्वारा 5वीं और 8वीं कक्षा की शुरू हुई मूल्यांकन परीक्षाओं में स्कूली अध्यापकों ने बेहतरीन ढंग से अपनी ड्यूटी निभाते हुए एक मिसाल कायम की। परीक्षाओं के पहले दिन परीक्षा केन्द्रों में न पहुंचने वाले विद्यार्थियों की सूचना मिलते ही अध्यापक...
लुधियाना(विक्की): शिक्षा विभाग द्वारा 5वीं और 8वीं कक्षा की शुरू हुई मूल्यांकन परीक्षाओं में स्कूली अध्यापकों ने बेहतरीन ढंग से अपनी ड्यूटी निभाते हुए एक मिसाल कायम की। परीक्षाओं के पहले दिन परीक्षा केन्द्रों में न पहुंचने वाले विद्यार्थियों की सूचना मिलते ही अध्यापक गैरहाजिर रहने वाले स्टूडैंट्स को इस परीक्षा में अपीयर करवाने के लिए उन्हें घरों से लेने गए, ताकि स्टूडैंट्स का वर्ष खराब न हो। विभिन्न स्कूलों से एलीमैंटरी अध्यापकों ने अपनी उक्त भूमिका निभाकर एक नया संदेश समाज को दिया है। उम्मीद है कि अध्यापकों के इस प्रयास से सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का खोया विश्वास फिर से वापस लौटना शुरू हो जाएगा।
इससे पहले परीक्षाओं के पहले ही दिन शिक्षा विभाग व स्कूलों के बीच तालमेल की कमी सामने आई, जब कई परीक्षा केन्द्रों पर विद्यार्थियों को विभाग के आदेशों के बावजूद भी मिड-डे मील नहीं दिया गया। हालांकि परीक्षा केन्द्र बने स्कूलों का कहना है कि उन्हें विभाग की ओर से ऐसे कोई निर्देश नहीं आए, जबकि इस संबंधी पत्र विभाग की ओर से 17 तारीख को ही विभागीय वैबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है लेकिन किसी ने वैबसाइट पर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझी।
सूत्र बताते हैं कि कई स्कूलों में मिड-डे मील के लिए फूड ग्रेन तक खत्म हो चुका है, जिसके चलते विद्यार्थियों को मिड-डे मील देने में दिक्कत आई। हालांकि बच्चों के स्थायी स्कूलों ने अपने विद्यार्थइयों को परीक्षा के बाद पुन: मिड-डे मील उपलब्ध करवाया लेकिन आज के हालातों के बाद कहीं न कहीं इंतजामों में कमी की बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
डिप्टी डी.ई.ओ. एलीमैंटरी कुलदीप सिंह ने बताया कि सभी मिड-डे मील मैनेजरों द्वारा ब्लॉक मैनेजरों को परीक्षा केन्द्रों वाले स्कूलों में आ रहे विद्याॢथयों को मिड-डे मील देने बारे कहा गया था।
आंसर शीट्स जमा करवाने में भी हुई देरी
उधर, विभाग को उस समय अधिक ऊहापोह का सामना करना पड़ा, जब 5वीं की परीक्षा के बाद विद्याॢथयों की आंसर शीट संबंधित ब्लॉकों में नहीं पहुंची। ऐसे हालात सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में बने परीक्षा केन्द्रों से ही सामने आए हैं, जहां कई पिं्रसीपलों ने स्कूल समय के बाद ब्लॉक दफ्तरों में आंसर शीट्स जमा करवाने का तर्क विभाग को दिया। डिप्टी डी.ई.ओ. कुलदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने उपरोक्त परेशानी के बाद डिप्टी डी.ई.ओ. सैकेंडरी आशीष कुमार से बात करके संबंधित स्कूलों को निर्देश जारी करने के लिए कहा है ताकि कोई परेशानी न आए।
5वीं की परीक्षा से 412 छात्र अनुपस्थित
5वीं की इस मूल्यांकन परीक्षा में जिले से 22,095 स्टूडैंट्स में से 412 छात्र अनुपस्थित रहे। हालांकि अनुपस्थिति की गिनती तो अधिक थी लेकिन अध्यापकों द्वारा परीक्षा शुरू होने से ऐन पहले बच्चों के घरों में जाकर उन्हें परीक्षा तक लाने के लिए बेहतरीन जिम्मेदारी अदा की गई।