Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jun, 2017 09:27 AM
एस.टी.एफ. द्वारा गिरफ्तार इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह से पूछताछ जारी रही। इंद्रजीत को सोमवार तड़के गिरफ्तार किया गया था और उससे हैरोइन, विदेशी करंसी और हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था। एस.टी.एफ. इंद्रजीत के पुलिस-राजनेता नैटवर्क की डिटेल तैयार कर रही...
चंडीगढ़/ जालंधर (रमनजीत, प्रीत): एस.टी.एफ. द्वारा गिरफ्तार इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह से पूछताछ जारी रही। इंद्रजीत को सोमवार तड़के गिरफ्तार किया गया था और उससे हैरोइन, विदेशी करंसी और हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था। एस.टी.एफ. इंद्रजीत के पुलिस-राजनेता नैटवर्क की डिटेल तैयार कर रही है कि उसके सिर पर किन-किन उच्चाधिकारियों और राजनेताओं का हाथ था। सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि एस.टी.एफ. इंद्रजीत की ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर भी डिटेल तैयार कर रही है कि कुछ बड़े अफसर जहां जाते थे उसकी ट्रांसफर भी उसी एरिया में हो जाती थी।
जांच में मिले तथ्यों की सी.एम. को होगी ‘ब्रीफिंग’
सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह की तरफ से सत्ता में आने के बाद ड्रग्स को खत्म करने की मंशा से गठित स्पैशल टास्क फोर्स (एस.टी.एफ.) द्वारा गिरफ्तार पंजाब पुलिस इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह के मामले ने पुलिस महकमे में भी हलचल मचा दी है।
एस.टी.एफ. द्वारा इंद्रजीत सिंह से पूछताछ के दौरान उसके ‘सीनियर संपर्कों’ और राजनीतिक आकाओं की भी जानकारी हासिल की जा रही है। इंद्रजीत सिंह की पोस्टिंग वाले स्थानों पर तैनात रहे पुलिस अधिकारियों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। खास बात यह है कि एस.टी.एफ. उन पुलिस उच्चाधिकारियों को भी जांच के दायरे में लाने की कोशिश में है जिनके सान्निध्य में इंद्रजीत सिंह को अक्सर सी.आई.ए. इंचार्ज जैसी अहम पोस्टिंग हासिल होती रही। सूत्रों की मानें तो मौजूदा समय में मोगा में एस.एस.पी. के तौर पर तैनात राजजीत सिंह के साथ इंद्रजीत सिंह की नजदीकियां रही हैं और एस.एस.पी. तरनतारन से जब राजजीत सिंह होशियारपुर में तैनात हुए तो इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह भी होशियारपुर ट्रांसफर हुआ व उसे सी.आई.ए. होशियारपुर का चार्ज दिया गया।
एस.टी.एफ. अधिकारी बताते हैं कि अब भी यदि छापेमारी में एक-दो दिन की देरी हो जाती तो प्रबल संभावना थी कि इंद्रजीत सिंह के लिए उन्हें मोगा जाना पड़ता क्योंकि उसने अपने फिरोजपुर रेंज में हुई ट्रांसफर को ‘पहुंच’ के सहारे डायवर्ट करके मोगा की तरफ करवा लिया था। सूत्रों के मुताबिक इंद्रजीत सिंह की ट्रांसफर व पोस्टिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले ‘रसूखदारों’ का भी पता लगाया जा रहा है और सूची तैयार होने के बाद उनके संबंधों की भी जांच होगी। इसके लिए एस.टी.एफ. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को भी केस की डिटेल्स ब्रीफ करेगी ताकि नशा तस्करी के लिए राज्य में बने रहे पुलिस-राजनेता नैटवर्क पर कार्रवाई को अगले लैवल पर बढ़ाया जा सके।
अमृतसर, जालंधर और कपूरथला जिलों के तस्कर जुड़े थे इंद्रजीत के नैटवर्क से
एस.टी.एफ. टीम इंद्रजीत के तस्करों के नैटवर्क संबंधी पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि इंद्रजीत सिंह का तस्करों के साथ अपना ही अलग नैटवर्क था जिसके कारिए वह वर्दी की आड़ में अवैध कारोबार कर रहा था। ए.डी.जी.पी. हरप्रीत सिंह सिद्धू खुद सारे मामले की जांच कर रहे हैं। अनधिकृत सूत्रों से जानकारी मिली है कि अब तक की जांच में ये तथ्य सामने आए हैं कि इंद्रजीत सिंह का तस्करों के साथ अपना एक अलग नैटवर्क था जिसके कारिए वह नशा बिकवाता था। इस नैटवर्क में अमृतसर, जालंधर, कपूरथला एरिया के तस्कर जुड़े हुए थे। चर्चा तो यहां तक है कि उक्त तस्करों को बेचने के लिए सामान भी कथित तौर पर इंद्रजीत के नैटवर्क से ही मिलता था लेकिन इन तथ्यों की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। सूत्रों ने बताया कि जांच में पता चला है कि इन्द्रजीत सिंह ने तरनतारन व अन्य जगहों पर पोस्टिंग के दौरान भारी मात्रा में हैरोइन बरामद की लेकिन बरामदगी दर्ज केसों में कम दिखाई गई।
हैरोइन व अन्य नशीले पदार्थों की बरामदगी का कुछ हिस्सा इन्द्रजीत सिंह के पास होता। बताया जा रहा है कि इन्द्रजीत सिंह से बरामद 4 किलो हैरोइन व 3 किलो स्मैक भी उसी हैवी बरामदगी से निकाली गई थी। विभाग में चर्चा है कि इन्द्रजीत सिंह के पास हैरोइन व अन्य नशीले पदार्थ और भी थे लेकिन वह अपने तस्करी के नैटवर्क के कारिए वह बिकवा चुका है। सूत्रों ने बताया कि एस.टी.एफ. इन्द्रजीत सिंह से जुड़े तस्करों की डिटेल तैयार कर रही है जिन पर जल्द ही शिकंजा कसे जाने की तैयारी की जा रही है।
ए.एस.आई. अजायब सिंह से पिस्तौल बरामद
एस.टी.एफ. ने इंस्पैक्टर इन्द्रजीत सिंह के साथ रहे ए.एस.आई. अजायब सिंह का भी पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड लिया है। पता चला है कि एस.टी.एफ. ने प्रारम्भिक जांच के दौरान अजायब सिंह से पिस्तौल, कारतूस तथा करीब 1500 नशीली गोलियां बरामद की हैं। पता चला है कि अजायब सिंह से भी एस.टी.एफ. को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हो रही हैं।
कुछ इंस्पैक्टरों व गनमैनों पर भी शिकंजा कसने के आसार
सूत्रों के मुताबिक इंद्रजीत सिंह को तोडऩे के लिए एस.टी.एफ. उससे जुड़े कुछ इंस्पैक्टरों व गनमैनों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है ताकि पूछताछ में अलग-अलग केसों संबंधी और जानकारियां सामने आ सकें और क्रास वैरीफिकेशन कर सच्चाई सामने लाई जा सके। इसके चलते दिन भर चर्चा रही कि जालंधर के एक इंस्पैक्टर को भी राऊंड अप किया गया है लेकिन इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है।
राजा कंदौला मामले में इंद्रजीत को जांच में शामिल कर सकती है ई.डी.
कुछ साल पहले पंजाब पुलिस ने राजा कंदौला का आइस तस्करी का नैटवर्क ध्वस्त किया था। आइस तस्कर राजा कंदौला, उसकी पत्नी व बेटे को गिरफ्तार करने में इंस्पैक्टर इन्द्रजीत सिंह की अहम भूमिका रही थी। चूंकि राजा कंदौला का ड्रग रैकेट भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा था जिसकी प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) के डिप्टी डायरैक्टर निरंजन सिंह ने जांच की और कई चेहरों को बेनकाब कर बड़ी कार्रवाई करते हुए ड्रग कारोबार से अर्जित की गई राजा कंदौला की काली कमाई काब्त की थी। बताने योग्य है कि राजा कंदौला मामले में ई.डी. ने पंजाब पुलिस के एक डी.आई.जी. (अब आई.जी.) तथा मोहाली के एक एस.पी. से भी पूछताछ की थी लेकिन अब राजा कंदौला केस में अहम भूमिका निभाने वाले इंस्पैक्टर इन्द्रजीत सिंह के नशे की तस्करी में लिप्त होने के पश्चात ई.डी. ने राजा कंदौला की फाइल पुन: खोल दी है। सूत्रों के मुताबिक इंस्पैक्टर इन्द्रजीत सिंह को राजा कंदौला ड्रग रैकेट केस में भी पूछताछ के लिए ई.डी. द्वारा बुलाया जा सकता है।