Edited By Updated: 06 Dec, 2016 03:09 PM
दुबई की एक अदालत की तरफ से पाकिस्तानी नागरिक के कत्ल के आरोप में जिन 10 पंजाबी नौजवानों को फांसी की सजा सुनाई गई है,
पटियाला (बलजिन्द्र): दुबई की एक अदालत की तरफ से पाकिस्तानी नागरिक के कत्ल के आरोप में जिन 10 पंजाबी नौजवानों को फांसी की सजा सुनाई गई है, उन्हें बचाने के लिए एक बार फिर से सरबत का भला ट्रस्ट के चेयरमैन एस.पी.एस. ओबराय आगे आए हैं। ओबराय को पंजाब के अलग-अलग स्थानों के इन नौजवानों के परिवार मिले और उसके बाद ओबराय ने वहां एक महिला वकील करके उनकी अपील हाईकोर्ट में डाल दी।
‘पंजाब केसरी’ के साथ बातचीत करते हुए ओबराय ने बताया कि पंजाबी नौजवानों को बचाने के लिए आबुधाबी में वकील कर ली गई है और हाईकोर्ट में केस फाइल कर दिया गया है। उन्होंने अपनी टीम को जिस पाकिस्तानी नागरिक का कत्ल हुआ था, के परिवार को ढूंढने के लिए लगा दिया है जिससे शरीयत के कानून अनुसार दया मनी देकर इस केस को निपटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुबई में भी भारत जैसा ही कानून है, जहां लोअर कोर्ट के बाद हाईकोर्ट, हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट और फिर रहम की अपील डाली जा सकती है।
ऐसे में वह किसी भी कीमत पर पंजाबी नौजवानों की जानें नहीं जाने देंगे। उसके लिए वह पिछले कई दिन से बाकायदा लगे हुए हैं, इसलिए उनको दया मनी के रूप में चाहे कुछ भी देना पड़े, वह पीछे नहीं हटेंगे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी 17 पंजाबी नौजवानों की जान एस.पी.एस. ओबराय ने ही बचाई थी और एक बार फिर से वह पंजाबी नौजवानों की जान बचाने के लिए आगे आए हैं।