Edited By Updated: 20 Feb, 2017 05:37 AM
पिछले लंबे समय से पूरे प्रदेश के अंदर जाली प्रदूषण सैंटरों और कई प्रदूषण जांच केंद्रों में बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर परिवहन
जालंधर(अमित): पिछले लंबे समय से पूरे प्रदेश के अंदर जाली प्रदूषण सैंटरों और कई प्रदूषण जांच केंद्रों में बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर परिवहन विभाग के पास शिकायतें आ रही थीं जिसको देखते हुए परिवहन विभाग की तरफ से एक विशेष अभियान की शुरूआत की गई है जिसके तहत पूरे प्रदेश के अंदर लाइसैंस के साथ और बिना किसी लाइसैंस के काम करने वाले प्रदूषण जांच केंद्रों के ऊपर नकेल कसने के उद्देश्य से हर जिले में संबंधित अधिकारियों को औचक निरीक्षण करके अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश जारी किए गए हैं। इन्हीं निर्देशों के अंतर्गत ए.डी.टी.ओ. प्यारा सिंह की अध्यक्षता में विभाग की अलग-अलग टीमों ने 2 दिन के अंदर जिले के 90 प्रदूषण जांच केंद्रों का औचक निरीक्षण करने का काम पूरा किया। सैंटरों की जांच के दौरान पाई गई खामियों को लेकर ए.डी.ओ. द्वारा एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर हैड आफिस में सौंपी जाएगी जिसके आधार पर बनती कार्रवाई की जाएगी। यहां बताने लायक है कि जिले में लगभग 90 प्रदूषण जांच केंद्र हैं, जिनमें से 33 शहर के अंदर स्थापित हैं।
वैसे आमतौर पर प्रदूषण जांच सैंटरों के अंदर पैट्रोल व डीजल की अलग-अलग मशीनें होती हैं मगर आधुनिक तकनीक के चलते अब एक ऐसी मशीन आई है जिसमें दोनों की चैकिंग एक साथ की जा सकती है। ऐसी मशीनों के अंदर पैट्रोल और डीजल वाहनों के लिए अलग-अलग पाइप होती है और डिजीटल मशीनों में वाहनों के अंदर प्रदूषण के स्तर का बेहद सटीक आकलन किया जा सकता है।