Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 08:24 PM
लोहड़ी के त्यौहार पर ही शहर के हर थाने के अंतर्गत पड़ते इलाके में रेवडिय़ों की तरह चाईना डोर की 500 पेटी से ज्यादा ड्रैगन डोर बिक गई। मगर पुलिस के हाथ खाली ही रहे। शहर के हर मोहल्ले में किसी दुकानदार ने आलू की बोरियों में तो किसी ने प्याजों की...
जालंधर(राज): लोहड़ी के त्यौहार पर ही शहर के हर थाने के अंतर्गत पड़ते इलाके में रेवडिय़ों की तरह चाईना डोर की 500 पेटी से ज्यादा ड्रैगन डोर बिक गई। मगर पुलिस के हाथ खाली ही रहे। शहर के हर मोहल्ले में किसी दुकानदार ने आलू की बोरियों में तो किसी ने प्याजों की बोरियों में छुपाकर रखी ड्रैगन डोर को ब्लैक में बेचा। मगर सिर्फ 3 नंबर डिवीजन थाना पुलिस ही एक मामला दर्ज करने में सफल रही।
पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती
ड्रैगन डोर की एक पेटी में 60 गट्टू पैक होकर चाईना से हमारे शहर की गली मोहल्लों तक इतनी सफाई से पहुंच रहे हैं कि पुलिस को कानों कान तक खबर नहीं होती। चाइना से आने वाली इस ड्रैगन डोर से शहर में कई कीमती जानों के साथ-साथ हमारे दुलर्भ पक्षी भी अपनी कीमती जाने गंवा चुके हैं, मगर पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। पाबंदी युक्त इस ड्रैगन डोर को बेचने वालों पर आई.पी.सी. की धारा 168 के तहत पर्चा दर्ज कर देती है और इलाके का कोई भी काउंसलर या एम.एल.ए. उस दुकानदार को छुड़ाकर ले जाता है।
शहर का बड़ा माफिया देता है काम को अंजाम
दुकानदार अपनी कमाई के लालच में फिर इस ड्रैगन डोर को चोरी छिपे बेचना शुरु कर देता है। ज्ञात रहे कि शहर का एक बड़ा माफिया इस ड्रैगन डोर को खरीदने व बेचने के काम को अंजाम दे रहा है, मगर कानून हाथों पर हाथ रख कर तमाशा देख रहा है।