Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Nov, 2017 01:53 PM
देर रात से लेकर आज शाम ढलने तक 3.4 मिलीमीटर बारिश से ही स्मॉग का कहर खत्म होते ही लोगों ने चैन की सांस ली। यहां बता दें कि बीते कल स्मॉग के कहर से लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया था। स्थानीय नगरी में तो दिन के समय ब्लैक आऊट हो गया था और चारों...
लुधियाना (सलूजा): देर रात से लेकर आज शाम ढलने तक 3.4 मिलीमीटर बारिश से ही स्मॉग का कहर खत्म होते ही लोगों ने चैन की सांस ली। यहां बता दें कि बीते कल स्मॉग के कहर से लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया था। स्थानीय नगरी में तो दिन के समय ब्लैक आऊट हो गया था और चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। सुबह से लेकर शाम तक लोग सूर्य देवता की एक झलक पाने को तरसते रहे।
यह रहा तापमान
पी.ए.यू. के मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान का पारा 17 डिग्री सैल्सियस व न्यूनतम 15.2 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया। सुबह के समय हवा में नमी की मात्रा 79 फीसदी व शाम को 98 फीसदी रही।
अगले वर्ष तक पराली को जलाने का रुझान होगा कम
जिला मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. बलदेव सिंह ने दावा किया कि अगले वर्ष तक किसानों द्वारा पराली को जलाने का रुझान कम होगा। इसकी वजह यह है कि इस बार खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से बड़ी संख्या में किसानों को इस बात के लिए तैयार किया गया कि वे बिना पराली को जलाए ही गेहूं की फसल की बुआई करें। इस तरह के तर्जुबे जिला लुधियाना के अधीन पड़ते अलग-अलग गांवों में किए गए हैं। जब इनके बेहतर नतीजे सामने आएंगे तो किसान गेहूं की बुआई खड़ी पराली के बीच में करने के लिए यकीनन तौर पर दिलचस्पी दिखाएंगे।
बीमारियों से भी मिलेगी मुक्ति
डा. अजय मोहन शर्मा ने बताया कि बारिश से प्रदूषित वातावरण से तो निजात मिलेगी ही, साथ ही खांसी व दमे से पीड़ित मरीजों को भी राहत मिलेगी। अब लोग सुबह व शाम को सैर का भी आनंद ले सकते हैं। घने कोहरे में न तो आप और न ही अपने पालतू जानवर को सैर पर लेकर बाहर निकलें। गुरु अंगद देव वैटर्नरी व एनिमल सांइसेज यूनिवर्सिटी के डा. कीर्ति दुआ ने बताया कि गत दिवस जो हालात लुधियाना में बने थे, उससे तो जानवरों पर आफत आने का खतरा मंडराने लगा था।