Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 11:48 AM
दिल्ली से लेकर पंजाब तक आज केवल एक ही मुद्दा गर्माया हुआ है कि स्मॉग से कब निजात मिलेगी क्योंकि मौजूदा प्रदूषित वातावरण के कारण मानव व पशु जाति अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित होने लग पड़े हैं जोकि गंभीर व चिंता का विषय बन चुका है।
लुधियाना(सलूजा): दिल्ली से लेकर पंजाब तक आज केवल एक ही मुद्दा गर्माया हुआ है कि स्मॉग से कब निजात मिलेगी क्योंकि मौजूदा प्रदूषित वातावरण के कारण मानव व पशु जाति अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित होने लग पड़े हैं जोकि गंभीर व चिंता का विषय बन चुका है। महानगर की बात करें तो आज दोपहर के 3 बजते ही स्मॉग का कहर इस कदर बरपा कि दिन रात में तबदील होकर रह गया। इसके बाद ज्यों शाम ढलने लगी चारों और अंधेरा ही अंधेरा ही पसर गया। वहीं ट्रैफिक की रफ्तार एक दम से थम कर रह गई।
आज क्या रहा तापमान
पी.ए.यू. के मौसम विभाग के मुताबिक स्थानीय नगरी में अधिकतम तापमान का पारा 23.4 डिग्री सैल्सियस व न्यूनतम 14 डिग्री सैल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सुबह के समय हवा में नमी की मात्रा 98 व शाम को 68 फीसदी रही।
आज हो सकती है बारिश
पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के मौसम विभाग से एक राहत देने वाली खबर यह मिली है कि 14 नवम्बर को आने वाले 24 घंटों के दौरान लुधियाना व आसपास के इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग चंडीगढ़ के अनुसार 14 नवम्बर रात से लेकर 16 नवम्बर तक पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश होने की पूरी संभावना बन चुकी है। इससे यकीनन तौर पर आसमान पर जमी प्रदूषण की लेयर साफ हो जाएगी और पहले की तरह ही सूर्या देवता अपने रंग में दिखाई देने लगेंगे।
क्या कहते हैं जिला मुख्य खेतीबाड़ी अफसर
जिला मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. बलदेव सिंह ने दावा किया कि लुधियाना में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 40 से 45 फीसदी कम पराली जलाई गई है। डा. बलदेव बताया कि जिला लुधियाना के अधीन पड़ते गांवों बग्गा खुर्द व बग्गा कला, राजोआणा व सवद्दी समेत अलग-अलग गांवों में उनकी अगुवाई में कृषि माहिरों की टीमें जाकर खेतों में खड़ी पराली के बीच में गेहूं की बुआई करवा रही हैं। इसके अच्छे नतीजे सामने आएंगे। इसका किसानों का खर्चा न के बराबर होगा, साथ ही पराली न जलाने से प्रदूषण से भी छुटकारा मिलेगा।