Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 04:37 PM
भोआ वि.स. हलके के अधीन आते गांव रायपुर कुलियां (कथलौर) की 16 वर्षीय नाबालिग युवती सिया की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की रहस्यमय गुत्थी लंबे समय बाद भी अनसुलझी बनी हुई है। करीब 25 दिन बीत चुके हैं परंतु फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं।
पठानकोट/भोआ(शारदा, अरुण): भोआ वि.स. हलके के अधीन आते गांव रायपुर कुलियां (कथलौर) की 16 वर्षीय नाबालिग युवती सिया की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की रहस्यमय गुत्थी लंबे समय बाद भी अनसुलझी बनी हुई है। करीब 25 दिन बीत चुके हैं परंतु फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं।
सिया की मौत से जुड़ी घटना के तथ्यों तक पहुंचना पुलिस के आज भी पहेली बना हुआ है। वहीं आम जनता को यह सवाल बार-बार कौंध रहा है कि सिया की मौत के बाद उसके शव को कैसे अज्ञात हत्यारों ने गांव से दूर गन्ने के खेतों में दफना दिया? इस अनसुलझे सवाल का जवाब तभी मिल सकता है जब जिला पुलिस प्रशासन की ओर से बनाई एस.आई.टी. तेजी से मामले की जांच आगे बढ़ाए व तथ्यों की तह तक पहुंचे।
सिया मर्डर केस में जवाब मांगते सवाल
* आखिर सिया 14 अक्तूबर को रात्रि 8 बजे के बाद किसके बुलावे पर किसके साथ गई?
*क्या सिया को मौत के घाट उतारने के बाद हत्यारों ने उसके साथ दुष्कर्म किया?
*गन्ने के खेत में मिली खून लगी रस्सी व चप्पलें क्या हत्यारों की हैं?
*क्या सिया की हत्या रस्सी से गला घोंटकर की गई या किसी अन्य हथियार से?
*रात्रि 8 बजे के बाद ऐसा क्या हुआ कि सिया जिंदा वापस नहीं लौटी?
*सिया के पिता के बयानों पर सिया उसके लिए खाना बनाकर लाई थी परंतु खाना खिलाते समय सिया ने कहीं आने-जाने का जिक्र नहीं किया।
वहीं दूसरी ओर जिस स्लो मोशन में सिया मर्डर की जांच चल रही है। ऐसे में अंदेशा है कि कहीं ऐसा न हो कि सिया की मौत की गुत्थी लंबे समय तक अनसुलझी रह जाए क्योंकि सिया 14 अक्तूबर को गायब हुई थी। ऐसे में करीब 25 दिन बीत चुके हैं परंतु फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं।
शव को अमृतसर मैडीकल कॉलेज की फारैंसिक लैब को भेजा
वहीं थाना प्रभारी अमरीक सिंह ने सम्पर्क करने पर कहा कि सिया के शव को सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया था। चूंकि सिया की लाश कई दिनों तक मिट्टी में दबी होने के बाद बुरी तरह गली हालत में मिली थी। इसलिए उसके शव को अमृतसर मैडीकल कॉलेज की फारैंसिक लैब को भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने में काफी समय लगता है।
एस.एस.पी. पठानकोट ने इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए एस.आई.टी. का गठन किया है जिसमें डी.एस.पी. कुलदीप सिंह, ए.एस.पी. हरमनदीप, डी.एस.पी. राजेश मट्टू व थाना प्रभारियों को शामिल किया गया है। उधर हि.प्र. में चुनावों के चलते जिला पुलिस की विभिन्न ड्यूटियां लगाई गई हैं जिसके चलते प्राथमिकी में शक के आधार पर अंकित कथित आरोपी गिरफ्त में नहीं आ सके हैं। सिया के घर से मिले मोबाइल फोन के ई.एम.ई.आई. नंबर से उसकी कॉल डिटेल निकलवाने के लिए भेज दी गई है। दूसरी ओर जहां सिया का शव मिला है वहां मिले साक्ष्य व सामान को जांच हेतु लैब में भेजा गया है। पुलिस निष्पक्षता से जांच कर रही है तथा जो भी दोषी सामने आया बख्शा नहीं जाएगा।