Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 12:19 PM
दिल में अरमान लिए आस्ट्रेलिया गए पंजाब के संगरूर हलके के गांव अलीशेर में रहने वाले मनमीत अलीशेर को अाज ही के दिन जिंदा जला दिया गया था। अलीशेर ब्रिसबेन में बस चालक था
ब्रिसबेन (ब्यूरो): दिल में अरमान लिए आस्ट्रेलिया गए पंजाब के संगरूर हलके के गांव अलीशेर में रहने वाले मनमीत अलीशेर को अाज ही के दिन जिंदा जला दिया गया था। अलीशेर ब्रिसबेन में बस चालक था और बीते साल 28 अक्तूबर 2016 को सिरफिरे गोरे ने उसकी बस में ज्वलनशील पदार्थ डाल आग लगा दी, जिस कारण उस की मौत हो गई। इस गोरे का नाम एंथनी ओ डोनोहीयो है, जिस की मानसिक हालत ठीक नहीं है।
मनमीत अलीशेर आस्ट्रेलिया में एक बस चालक ही नहीं, बलकि एक गायक, कवि और थियेटर कलाकार था। मनमीत करीब 8 साल पहले संगरूर से आस्ट्रेलिया गया था। महज 28 साल की उम्र में ही उसने आस्ट्रेलिया में वह स्थान हासिल कर लिया था, जो कि बहुत से लोगों को जिंदगी भर भी नसीब नहीं होता। कवि और गायक बनने के साथ-साथ उसने साहित्य की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान कायम की थी।
मनमीत का जन्म 20 सितम्बर 1987 को माता किशनदीप कौर की कोख से हुआ था। मनमीत के पिता जी का नाम राम स्वरूप है। मनमीत अपनी, दो बड़ी बहनों और बड़े भाई अमित शर्मा का लाडला भाई था।