Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 05:21 AM
पूर्व अकाली मंत्री विक्रम मजीठिया को जेल भेजने की मांग पर कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपनाए नर्म स्टैंड को सरकार बनने के बाद से अब तक नवजोत सिद्धू को मिले 5वें झटके के रूप में देखा जा रहा है। इसके बाद पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा भी...
लुधियाना(हितेश): पूर्व अकाली मंत्री विक्रम मजीठिया को जेल भेजने की मांग पर कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपनाए नर्म स्टैंड को सरकार बनने के बाद से अब तक नवजोत सिद्धू को मिले 5वें झटके के रूप में देखा जा रहा है। इसके बाद पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा भी कैप्टन का राग अलापने से सियासी गलियारों में चर्चा और तेज हो गई है।
सिद्धू ने जब भाजपा छोड़ पहले आम आदमी पार्टी व फिर कांग्रेस का रुख किया तो उनका एकमात्र एजैंडा अकालियों खासकर सुखबीर बादल व मजीठिया के विरुद्ध रहा। इसके तहत सिद्धू ने पहले विधानसभा चुनावों में बादल परिवार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और वो मुहिम अब तक जारी है। लेकिन इस मुद्दे पर उनको कैप्टन का साथ न मिलने से हर बार मायूसी का सामना करना पड़ता है। इससे जुड़े मामलों की संख्या में एक के बाद करके इजाफा होता जा रहा है।
अगर सिद्धू व कैप्टन के रिश्तों की बात करें तो अमरेन्द्र ने सिद्धू को कांग्रेस में लाने का खुलेआम विरोध किया। फिर हाईकमान लेवल पर हुई डील के तहत सिद्धू आ गए तो कैप्टन उन्हें शामिल करवाने भी नहीं गए और चुनावों में ज्यादा जगह मंच सांझा करने से भी परहेज ही करते रहे। इससे भी बढ़कर सिद्धू की डिप्टी सी.एम. बनने की चाह को तो कैप्टन ने पूरा नहीं होने दिया, उनको दूसरे नंबर का मंत्री तक नहीं बनाया गया। यहां तक कि सिद्धू को लोकल बॉडीज के साथ शहरी विकास विभाग भी नहीं मिला। इसके बावजूद सिद्धू ने अकालियों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
इसके तहत उन्होंने अकालियों के करीबी केबल माफिया के खिलाफ केन्द्र व राज्य सरकार का बनता टैक्स चोरी के आरोप में जांच शुरू होने की बात कही तो कैप्टन ने विधानसभा में उसे रद्द करते हुए साफ कर दिया कि बदले की भावना से किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। यहां तक कि केबल नैटवर्क पर नया टैक्स लगाने बारे कैबिनेट में हुए फैसले पर अमल भी शर्तों का हवाला देकर लटकाया जा रहा है।
बैकफुट पर नजर आ रहे हैं सिद्धू
इसके बाद नशा तस्करी के आरोप में मजीठिया पर एक्शन लेने बारे कांग्रेस के अंदर मांग चल रही है। जिसमें सिद्धू को कई कांग्रेसी विधायकों का साथ मिला है और वो कई बार कह चुके हैं कि एक दिन के लिए ग्रह मंत्रालय से मिल जाए तो वो मजीठिया को जेल में डाल देंगे। यह दावा गुरदासपुर चुनावों के दौरान व बाद में भी खूब हुआ। लेकिन कैप्टन ने सबूतों के बिना कोई कार्रवाई न करने की बात कहकर सिद्धू के मंसूबों पर एक बार फिर पानी फेर दिया। इसे लेकर सिद्धू को कोई जवाब नहीं सूझ रहा और जाखड़ द्वारा कैप्टन का स्टैंड दोहराने के बाद तो सिद्धू बैकफुट पर नजर आ रहे हैं।