Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jul, 2017 11:36 AM
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा हाल ही में सरकारी जमीन-जायदादों पर अवैध कब्जे एवं अवैध निर्माण हटाने के संबंध में स्थानीय निकाय विभाग के संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी गई थी।
अमृतसर(महेन्द्र): स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा हाल ही में सरकारी जमीन-जायदादों पर अवैध कब्जे एवं अवैध निर्माण हटाने के संबंध में स्थानीय निकाय विभाग के संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी गई थी।
सिद्धू की चेतावनी के पश्चात स्थानीय नगर सुधार ट्रस्ट आखिर ट्रस्ट एवं मूकदर्शक बने रहे इसके संबंधित अधिकारियों की नींद अब जा कर खुली है और स्थानीय नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा स्थानीय गुरु तेग बहादुर नगर (माल मंडी) स्कीम वाले इलाके में ट्रस्ट के बने फ्लैट्स पर अवैध कब्जा समाप्त करवाने का अभियान शुरू कर दिया गया है जिसके तहत डिप्टी कमिश्नर-कम-ट्रस्ट के चेयरमैन के आदेशानुसार ट्रस्ट के अधिकारी शनिवार को माल मंडी क्षेत्र में पहुंचे और वहां पर ट्रस्ट के फ्लैट्स पर अवैध रूप से काबिज लोगों से फ्लैट्स खाली करवाने के लिए उन्हें 5 दिन का समय देते हुए उनके फ्लैट्स के बाहर नोटिस चिपकाए गए हैं।
पहले चरण में 67 फ्लैट्स पर अवैध कब्जे आए सामने
स्थानीय नगर सुधार ट्रस्ट के प्रॉपर्टी विभाग द्वारा इस इलाके में जांच की गई थी जिस से यह पता चला कि ट्रस्ट के 67 फ्लैट्स पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जे कर रखे हैं जिनकी सूची तैयार कर शनिवार को ट्रस्ट के एस.डी.ओ. दविन्द्र कुमार के नेतृत्व में ट्रस्ट कर्मचारियों जिनमें जे.ई. मोहन लाल, जसबीर, खलासी सोनू गांधी तथा बेलदार हरजीत शामिल थे, की टीम गुरु तेग बहादुर (माल मंडी) क्षेत्र में पहुंची जहां उन्होंने अवैध कब्जों में चल रहे फ्लैट्स के बाहर नोटिस चिपकाते हुए अवैध कब्जा धारकों को 5 दिनों के अंदर-अंदर फ्लैट खाली करने को कहा है, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है। अगर किसी अवैध कब्जा धारक को कोई एतराज है, तो उसे ट्रस्ट कार्यालय में 3 दिन में अपने एतराज दर्ज करवाने का भी मौका दिया गया है।
720 अलॉटियों में से 241 हो चुके हैं डिफाल्टर
उल्लेखनीय है कि स्थानीय नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा माल मंडी स्कीम के तहत गुरु तेग बहादुर नगर में 720 फ्लैट बनवाए गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार उनमें से 241 फ्लैट के अलॉटी डिफाल्टर घोषित हो चुके हैं और उनके फ्लैट के कब्जे भी वापिस लिए जाने की कानूनी प्रक्रिया अपनाई गई थी, लेकिन बाद में कुछ लोगों ने वहां पर बने कई फ्लैट्स पर अवैध कब्जे कर लिए हैं। ट्रस्ट द्वारा घोषित किए गए 241 डिफाल्टरों वाले फ्लैट्स की दूसरे चरण में जांच-पड़ताल की जाएगी और इस मामले में ट्रस्ट दूसरे चरण में कानूनी कार्रवाई करेगा।