Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Aug, 2017 11:15 PM
प्रदेश सरकार की कैबिनेट में भी सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ...
जालंधर(रविंदर शर्मा): प्रदेश सरकार की कैबिनेट में भी सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू के बीच अंदरखाते खटक चुकी है। यह आने वाले दिनों में पंजाब सरकार के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। भाजपा छोड़कर कांग्रेस की स्ट्रीम लाइन में हाईकमान के जरिए पांव जमाने वाले नवजोत सिद्धू धीरे-धीरे अपनी पकड़ जनता व पार्टी वर्करों में बेहद मजबूत बना रहे हैं। सरकार में रहते जनहित के मुद्दे उठाना सिद्धू के पक्ष में जा रहा है। वहीं यह बातें कैप्टन के इर्द-गिर्द रहने वाले नेताओं को भा नहीं रही हैं।
सबसे पहले फास्ट-वे मुद्दे पर सिद्धू व कैप्टन लॉबी आमने-सामने हो चुकी है। सिद्धू जहां फास्ट-वे का बिस्तर गोल करने की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं तो वहीं कैप्टन की इस मामले में सिद्धू को हां नहीं मिल पा रही है। इस बात को लेकर सिद्धू खुश नजर नहीं आ रहे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ सिद्धू के बिगड़ते रिश्तों की झलक सोमवार को बाबा बकाला में रखड़ पुनिया पर करवाए गए राज्य स्तरीय प्रोग्राम में भी देखने को मिली। एक बार फिर राज्य स्तरीय प्रोग्राम से प्रदेश के मुख्यमंत्री गैरहाजिर रहे। वहीं पार्टी की ओर से कमान संभाली फायर ब्रांड नेता नवजोत सिद्धू ने। सिद्धू ने नशे को लेकर अकाली नेता बिक्रम मजीठिया पर खूब तंज कसे और साथ ही अपने ही मुख्यमंत्री की नीतियों को भी नहीं छोड़ा।