Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jun, 2017 11:37 AM
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के रिश्वतकांड प्रकरण में संदीप नामक कर्मचारी के पकड़े जाने के बाद निकाय विभाग चौकन्ना हो चुका है जिसकी गाज तबादलों के रूप में कर्मचारियों पर गिरने के प्रबल आसार हैं।
बताया जाता है कि निगम व इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के भ्रष्ट...
जालंधर(पुनीत): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के रिश्वतकांड प्रकरण में संदीप नामक कर्मचारी के पकड़े जाने के बाद निकाय विभाग चौकन्ना हो चुका है जिसकी गाज तबादलों के रूप में कर्मचारियों पर गिरने के प्रबल आसार हैं।
बताया जाता है कि निगम व इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के भ्रष्ट कर्मचारियों पर निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के आफिस की पैनी नजर है और इन कर्मचारियों की लिस्टें तैयार हो रही है जिन पर कार्रवाई होगी। कुछ कर्मचारी बताते हैं कि ऐसे कर्मचारियों की यदि संपत्ति की जांच करवाई जाए तो बड़े स्तर पर हुए घपलों का पर्दाफाश हो सकता है।
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट व निगम के इन भ्रष्ट कर्मचारियों के घरों में जाकर देखा जा सकता है कि किस तरह से इनके घरों में लग्जरी सुविधाएं हैं, महंगी कारें, महंगे बाइक होने के साथ-साथ कई प्रापर्टी इनके व इनके घर वालों के नामों पर बोल रही हैं। नगर निगम में लंबे समय तक तहबाजारी में काम कर चुके कई कर्मचारियों की इस तरह से सैटिंग है कि वे तबादलों के बाद भी अवैध वसूली बंद नहीं कर रहे। इन कर्मचारियों की विदेश यात्राएं भी चर्चा का विषय हैं लेकिन अकाली सरकार के समय इन कर्मचारियों पर नेता मेहरबान रहे और उक्त कर्मचारी मोटी कमाई करते रहे।
ऐसे कर्मचारियों को अब कांग्रेस सरकार में गाज गिरने का डर सताने लगा है जिसके चलते इन कर्मचारियों ने बड़े नेताओं तक किसी के जरिए संपर्क स्थापित करने के लिए गोटियां फिट करनी शुरू कर दी हैं। यहां उल्लेखनीय है कि ‘पंजाब केसरी’ ने बीते दिनों बताया था कि इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट व निगम के कई कर्मचारी लंबे अरसे से अपनी कुर्सी पर फैवीकोल लगाए चिपके हुए हैं और अपनी कुर्सी का रौब दिखाकर रिश्वत के रूप में लाखों रुपए कमा रहे हैं।
कई घपलों से उठेगा पर्दा उठेगा
इंस्पैक्टर इन्द्रजीत पर कार्रवाई जिस कदर बड़े करप्शन की परतें खोल रही है उसी कदर इन कर्मचारियों पर जब कार्रवाई होगी तो कई घपलों से पर्दा उठेगा। इन कर्मचारियों ने पैसा खाकर गलत ढंग से कई बिल्डिंगें बनने दीं, जिसकी रिपोर्ट भी निकाय विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच रही है। लोगों का कहना है कि सरकार को चाहिए कि अपने वायदे के मुताबिक भ्रष्ट कर्मचारियों पर नकेल कस कर जनता को राहत दे क्योंकि लोगों को जब सरकारी दफ्तरों में अपने काम के लिए जाना पड़ता है तो उनका पाला इन काली भेड़ों से पड़ता है और रिश्वत देकर ही उनकी फाइल आगे बढ़ पाती है।