Edited By Updated: 30 Mar, 2017 11:19 AM
31 मार्च को जिला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स के अंदर तहसील परिसर में खत्म होने जा रहे पार्किंग, कैंटीन और डिजीटल फोटो खींचने के कामों......
जालंधर(अमित): 31 मार्च को जिला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स के अंदर तहसील परिसर में खत्म होने जा रहे पार्किंग, कैंटीन और डिजीटल फोटो खींचने के कामों के ठेकों के लिए खुली बोली का आयोजन बुधवार को ए.डी.सी. (जनरल) गुरमीत सिंह मुल्तानी की अध्यक्षता में उनकी अदालत कमरा नं. 18 ग्राऊंड फ्लोर, डी.सी. दफ्तर में करवाया गया जिसमें केवल फोटोग्राफी के ठेके की बोली सफलतापूर्वक सम्पन्न हो पाई, जिसमें सुभाष चंद्र ने नए वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए उक्त ठेका 13 लाख 25 हजार रुपए में प्राप्त किया। इस अवसर पर अन्यों के अलावा सहायक कमिश्नर (जनरल) अंकुर महेन्द्रू, जिला नाजिर कमलजीत कल्याणा आदि भी उपस्थित थे। इस बार की बोली में कुछ समय पहले देश में हुई नोटबंदी का असर साफ तौर पर दिखाई दिया क्योंकि कोई भी व्यक्ति पिछले साल जितनी राशि में ठेके गए थे, उस राशि में भी ठेका लेने के लिए तैयार ही नहीं था।
आवेदकों ने आरक्षित मूल्य पर जताया ऐतराज
पिछली बार आवेदकों द्वारा आरक्षित मूल्य पर जताए गए ऐतराज की तरह इस बार के ठेकों में भी आवेदकों ने आरक्षित मूल्य अधिक होने को लेकर ऐतराज दर्ज करवाया और इसी कारण से 3 ठेकों में से केवल एक फोटोग्राफी के ठेके में ही आवेदन जमा हुए, जबकि बाकी के दो ठेकों पार्किंग और कैंटीन के लिए इस साल एक भी आवेदक ने रुचि ही नहीं दिखाई। इसी कारण कैंटीन और डिजीटल फोटोग्राफी की बोली रद्द करनी पड़ी। बोली के लिए कितनी थी जमानत राशि, कहां करवानी थी जमा : बोली में भाग लेेने वाले इच्छुक लोगों को जिला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स के अंदर नाजिर शाखा में जमानत राशि का डिमांड ड्राफ्ट बोली से एक दिन पहले नजारत शाखा में जमा करवाने के लिए कहा गया था जिसके तहत पार्किंग के लिए जमानत राशि 1,00,000 रुपए, कैंटीन के लिए 40,000 रुपए और डिजीटल फोटोग्राफी के लिए 30,000 रुपए तय की गई थी। इच्छुक व्यक्तियों को इस रकम का ड्राफ्ट डी.सी.-कम-चेयरमैन अकाऊंट आप्रेशन एवं मैंटीनैंस सोसायटी के पक्ष में बनवाकर जमा करवाना था, मगर पार्किंग और कैंटीन के ठेकों का एक भी आवेदन जमा ही नहीं हुआ।
किस-किस ने लिया बोली में भाग, कितनी लगी बोली
प्रशासन की तरफ से इस बार केवल एक ही ठेके के लिए बोली करवाई गई और इसमें 5 आवेदकों ने भाग लिया। सुभाष चंद्र शर्मा पुत्र शंकर दास, भारत भूषण शर्मा पुत्र विश्वामित्र, बिमल राय पुत्र जोगिंद्र पाल, सुनील बत्तरा पुत्र लीला कृष्ण और सुरिंद्र कुमार घई पुत्र सतपाल ने डिजीटल फोटोग्राफी का ठेका भरा था और इस बार का आरक्षित मूल्य 13 लाख 5 हजार रुपए था, जिसमें केवल 20 हजार रुपए की वृद्धि ही हो पाई।
दोबारा करवाई जाएगी बोली : ए.डी.सी.
ए.डी.सी. गुरमीत सिंह मुल्तानी ने कहा कि वह डी.सी. से मुलाकात करके दो ठेकों में एक भी आवेदन न आने को लेकर चर्चा करेंगे। इस बीच आरक्षित मूल्य को कम करने पर भी विचार किया जाएगा जिसके उपरांत जल्दी ही दोबारा से उक्त ठेकों की बोली करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि नए आवेदन लेने के लिए आवेदनकत्र्ताओं को एक हफ्ते का समय प्रदान किया जाएगा।