Edited By Updated: 22 Aug, 2016 11:59 AM
गांव बाजाखाना के अस्पताल में क्षेत्र के गण्यमान्यों ने ....
फरीदकोट(हाली): गांव बाजाखाना के अस्पताल में क्षेत्र के गण्यमान्यों ने यहां स्वास्थ्य मुलाजिमों की कमी को पूरा करने की मांग की है। लोगों के अुनसार 2 वर्ष पहले पौने 5 करोड़ की लागत से अस्पताल की 30 बिस्तरों की समर्था वाली नई इमारत तैयार की गई थी, तब लोगों की आशाएं जगी थीं कि शायद अब डाक्टरों की कमी दूर हो जाएगी।
मगर हालत में कोई खास सुधार नहीं हुआ। कुछ नए तैनात किए डाक्टरों की सिर्फ हाजिरी ही यहां लगती है या वे वेतन लेने आते हैं, वे डैपुटेशन के नाम पर अपनी ड्यूटी किसी और शहर-कस्बे में कर रहे हैं। यहां के 6 मैडीकल डाक्टरों में से एक लीव पर है व एक जैतो में डैपुटेशन पर है। इसी तरह यहां तैनात चीफ फार्मासिस्ट व एक फार्मासिस्ट कोटकपूरा व भटिंडा अस्पतालों में डैपुटेशन पर हैं। 2 लैबोरेटरी टैक्नीशियनों में से एक फरीदकोट व एक जैतो डैपुटेशन पर है।
बाजाखाना में तैनात 2 स्टाफ नर्से नजदीकी अस्पतालों में डैपुटेशन पर हैं। इन स्वास्थ्य मुलाजिमों की गैर-मौजूदगी के कारण बाजाखाना क्षेत्र के लोग सही इलाज करवाने से वंचित हैं बाजाखाना के सरपंच सोहन सिंह, पूर्व सरपंच कुलबीर सिंह ढिल्लों व कर्म सिंह बराड़ ने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि इस अस्पताल में स्पैशलिस्ट डाक्टरों की टीम पूरी करने के साथ यहां 4 अन्य लैबोरेटरी टैक्नीशियन लगाए जाएं।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एक महीने में सभी डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों के डैपुटेशन कैंसिल करके उन्हें बाजाखाना न भेजा गया तो इलाके के लोग राष्ट्रीय शाह मार्ग पर अनिश्चितकालीन जाम लगाकर आवाजाही ठप्प कर देंगे व अस्पताल को ताला लगाने के लिए मजबूर होंगे। इस संबंधी जब इस अस्पताल के इंचार्ज डा. अवतारजीत सिंह ने बताया कि कुल 14 स्वास्थ्य कर्मचारी डैपुटेशन पर काम कर रहे हैं व सिर्फ वेतन लेने ही बाजाखाना आते हैं।