Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Oct, 2017 09:12 AM
लुधियाना में मंगलवार को प्रात: एक और हिन्दू नेता को गोली का शिकार बनाए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत करवल व प्रदेश महासचिव गुरदीप सैनी ने कहा कि सरकार माने या न माने, लेकिन यह 100 फीसदी सत्य है कि पंजाब में...
फगवाड़ा(जलोटा): लुधियाना में मंगलवार को प्रात: एक और हिन्दू नेता को गोली का शिकार बनाए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत करवल व प्रदेश महासचिव गुरदीप सैनी ने कहा कि सरकार माने या न माने, लेकिन यह 100 फीसदी सत्य है कि पंजाब में आतंकवाद की वापसी हो चुकी है, जिसका सबूत विभिन्न संगठनों से जुड़े एक के बाद एक हिन्दू नेताओं की हत्याओं के रूप में सामने हैं।
उन्होंने कहा कि खालिस्तानी ताकतों को खुली छूट देकर जो बीज अकाली-भाजपा राज में बोया गया था, उसकी फसल तैयार है। प्रदेश में आतंक का माहौल है। कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। चंद हिन्दू नेताओं को कुछ सुरक्षा कर्मी देकर पुलिस प्रशासन व सरकार अपने को जिम्मेदारी से मुक्त मान बैठे हैं। सच्चाई यह है कि आज सड़क पर निकलने वाला हर शख्स आतंक के साए में गुजर रहा है। उन्होंने हैरानी जताई कि हर बार एक मोटरसाइकिल पर सवार 2 नकाबपोश खुलेआम वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं, लेकिन पुलिस बाद में लकीर पीटने के सिवाए कुछ भी कर पाने में असमर्थ रहती है, यह कानून की नाकामी नहीं तो क्या है?
हर वारदात के बाद कुछ दिन की हरकत और फिर वही खामोशी पंजाब के लिए आने वाले दिनों में बहुत घातक सिद्ध होगी। खालिस्तानी ताकतों को सख्ती से कुचलना होगा। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह विपक्ष में रहते हुए कानून व्यवस्था को लेकर अकाली-भाजपा को कोसते थे, लेकिन अब गेंद उनके पाले में है। कैप्टन सरकार की जिम्मेदारी है कि लोगों को डर मुक्त माहौल दे व शांति व्यवस्था को भंग करने वाली ताकतों के खिलाफ कड़ा एक्शन हो, ताकि आतंकी तत्वों में पुलिस का भय बना रहे।