Edited By Updated: 22 May, 2017 01:40 PM
पहली पातशाही गुरु नानक देव जी से लेकर अब तक कुछ शक्तियां खालसा पंथ, बाणी और बाने का विरोध करती आ रही हैं और सिख पंथ के
पटियाला (जोसन) : पहली पातशाही गुरु नानक देव जी से लेकर अब तक कुछ शक्तियां खालसा पंथ, बाणी और बाने का विरोध करती आ रही हैं और सिख पंथ के महान इतिहास और विरसे बारे कई तरह के भ्रम पैदा करने के लिए साजिशें रची जा रही हैं, जिस प्रति समूचे सिख पंथ को सचेत रहने की जरूरत है। यह विचार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने गुरुद्वारा श्री बाग शहीदों में गुरु अर्जुन देव जी के शहादत दिवस को समर्पित आयोजित धार्मिक समागम में शिरकत करने के उपरांत पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए व्यक्त किए।
प्रो. बडूंगर ने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा हमारी नौजवान पीढ़ी को श्री गुरु ग्रंथ साहिब से विमुख किया जा रहा है। इसी संदर्भ में पहले पड़ाव अधीन 24 मई को तेजा सिंह समुद्री हाल अमृतसर में अकाल तख्त के जत्थेदार साहिबान द्वारा मीटिंग की जाएगी जिसमें समस्याओं का हल ढूंढने का प्रयत्न किया जाएगा। उन्होंने पाकिस्तान में मनाए जाने वाले समागमों में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को वीजा न दिए जाने की ङ्क्षनदा करते हुए कहा कि दोनों देशों भारत और पाकिस्तान को पैंडिंग पड़े मसलों का हल निकालना चाहिए जिससे शांति भरा माहौल कायम रह सके।
इस दौरान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मैंबर हरजिन्द्र कौर, परमजीत कौर लांडरा, अजायब सिंह, स्त्री सत्संग सभा की प्रधान इंद्रपाल कौर ने प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर को सम्मानित किया। इस मौके पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य सचिव हरचरण सिंह, सचिव अवतार सिंह, गुरुद्वारा श्री अंब साहिब के मैनेजर भगवंत सिंह धंगेड़ा, मैनेजर जगतार सिंह काकड़ा भी उपस्थित थे।