Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Oct, 2017 09:48 PM
आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ताओं के समर्थन में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आते हुए प्रदेश सरकार से कहा कि शिक्षा के मामले में वह लाभ-हानि के बारे में विचार न करे और आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ताओं की आवाज सुने। शिअद प्रवक्ता एस विरसा सिंह ने यहां जारी एक प्रेस बयान...
चंडीगढ़: आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ताओं के समर्थन में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आते हुए प्रदेश सरकार से कहा कि शिक्षा के मामले में वह लाभ-हानि के बारे में विचार न करे और आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ताओं की आवाज सुने। शिअद प्रवक्ता एस विरसा सिंह ने यहां जारी एक प्रेस बयान में कहा कि सरकार यदि शिक्षा मामले में लाभ की चिंता करेगी तो इस क्षेत्र का सत्यानाश हो जाएगा।
सिंह के अनुसार शिक्षा का मूल उद्देश्य समाज को ज्ञान के सहारे ऊपर उठाना है इसलिए ज्ञान देने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ताओं की आवाज सरकार को सुननी चाहिए और इनकी सेवाओं का सही उपयोग करना चाहिए। सिंह ने पिछले दिनों पटियाला में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग करने और आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ताओं की यूनियन के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज करने की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ताओं पर लाठी चार्ज न सिर्फ प्रदर्शनकारियों के संवैधानिक अधिकार का हनन है बल्कि यह महिलाओं के प्रति हिंसा के खिलाफ हमारे मूल्यों पर भी प्रहार है।