Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Dec, 2017 10:36 AM
निगम चुनावों में भाजपा ने अकाली दल की राह में कांटे बिछाए रखे और अब चुनावों के बाद अपने ही भाई बंधु पार्टी के लिए सिरदर्दी पैदा करने में लगे हैं। यही हाल शहरी प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण के साथ हो रहा है।
जालंधर(बुलंद): निगम चुनावों में भाजपा ने अकाली दल की राह में कांटे बिछाए रखे और अब चुनावों के बाद अपने ही भाई बंधु पार्टी के लिए सिरदर्दी पैदा करने में लगे हैं। यही हाल शहरी प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण के साथ हो रहा है।
एक ओर मन्नण की प्रधानगी से लेकर निगम चुनावों में टिकट वितरण और बाद में नतीजों की समीक्षा बैठक में उनके साथ कंधे से कंधा जोड़कर चलने वाले बलजीत सिंह नीलमहल मन्नण के साथ पूरी दोस्ती निभा रहे हैं वहीं दूसरी ओर नीलामहल के भाई कमलजीत सिंह गांधी शिअद के बी.सी. विंग के पंजाब के महासचिव ने आज मन्नण के साथ दुश्मनी निभाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गांधी ने एक प्रैस नोट जारी करके कहा है कि मन्नण ने निगम चुनावों में भाजपा के दबाव में सारे फैसले लिए। उन्होंने कहा कि पहले डिप्टी मेयर ओबराय को टिकट दी फिर भाजपा के दबाव में काट कर किसी ओर को टिकट दे दी। गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा वालों ने अकाली नेताओं को जानबूझ कर यह कह कर हराया कि अकालियों ने विधानसभा चुनावों में भाजपा का साथ नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि कई अकाली नेताओं ने जिला प्रधान के आगे निगम चुनावो में गुहार लगाई थी कि भाजपा वाले हमें हरवा रहे हैं पर प्रधान ने कोई कदम नहीं उठाया। गांधी ने कहा कि जो उम्मीदवार भी अकाली दल के चुनाव जीते वह अपने दम पर जीते।
उधर गांधी के इस वार पर पलट वार करते हुए मन्नण ने कहा कि गांधी को कोई अधिकार नहीं है कि वह उन पर कोई आरोप लगाएं। मन्नण ने कहा कि निगम चुनावों या इससे पहले विधानसभा चुनावों में गांधी ने पार्टी के लिए कोई काम तक नहीं किया बस पार्टी के नाम पर नेतागिरी ही की। मन्नण ने कहा कि गांधी असल में कांग्रेस की बोली बोल रहा है ओर ऐसे लोगों की पार्टी को कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने खुलकर भाजपा के जिला प्रधान का इस बारे विरोध किया है कि भाजपाइयों ने निगम चुनावो में अकाली दल का साथ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि गांधी के बागी सुरों की सारी रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी।