Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 11:54 AM
हमारे सभ्य समाज में महिलाओं के प्रति बुरी सोच के कारण यौन उत्पीड़ऩ, अपहरण, घरेलू हिंसा के मामलों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। फाजिल्का जिले की बात की जाए तो जिले के अधीन पड़ते 4 विधानसभा क्षेत्रों अबोहर, बल्लूआना, फाजिल्का व जलालाबाद में महिलाओं...
जलालाबाद (गुलशन): हमारे सभ्य समाज में महिलाओं के प्रति बुरी सोच के कारण यौन उत्पीड़ऩ, अपहरण, घरेलू हिंसा के मामलों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। फाजिल्का जिले की बात की जाए तो जिले के अधीन पड़ते 4 विधानसभा क्षेत्रों अबोहर, बल्लूआना, फाजिल्का व जलालाबाद में महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में गत वर्ष के मुकाबले वृद्धि दर्ज की गई है। फाजिल्का पुलिस द्वारा सबसे अधिक जो मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं वे दुष्कर्म के हैं जबकि दूसरे नंबर पर सर्वाधिक मुकद्दमे युवतियों के अपहरण के दर्ज किए गए हैं। जिन युवतियों के अपहरण के मुकद्दमे पुलिस द्वारा दर्ज किए गए हैं उनमें अधिकांश युवतियां नाबालिग हैं। इसी प्रकार महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा के मामलों में भी बढ़ौतरी हुई है जिनमें से अधिकांश मुकद्दमों का जिला पुलिस प्रशासन द्वारा उपमंडल स्तर पर गठित वूमैन सैल की ओर से सुलझाकर कई दम्पतियों के घर बसाए गए और जहां पर सुलह की गुंजाइश नहीं हो पाई वहां पर पुलिस ने घरेलू हिंसा की धारा के तहत मुकद्दमे दर्ज कर दिए।
गत वर्ष 42, इस वर्ष दर्ज हुए 47 मामले
जिला फाजिल्का में युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2016 की अगर बात की जाए तो जहां गत वर्ष पुलिस ने दुष्कर्म के 42 मामले दर्ज किए वहीं चालू वर्ष में 1 जनवरी से लेकर अब तक उसने 47 मुकद्दमे दर्ज किए। चालू वर्ष में पुलिस ने पूरे वर्ष में युवतियों के अपहरण के करीब 22 केस दर्ज किए जिनमें अधिकांश युवतियां नाबालिग थीं। पुलिस ने इन युवतियों को शादी का झांसा देकर बरगला कर ले जाने के आरोप में आरोपी युवकों के विरुद्ध मुकद्दमे दर्ज किए परन्तु बाद में ऐसे अधिकतर मामले दोनों परिवारों की आपसी सहमति से सुलझा लिए गए।
9 महिलाओं का हुआ कत्ल
महिलाओं व युवतियों के विरुद्ध दर्ज मुकद्दमे सिर्फ दुष्कर्म, अपहरण व घरेलू हिंसा तक सीमित नही हैं। पुलिस ने क्षेत्र में घरेलू ङ्क्षहसा के तहत महिला उत्पीडऩ के 13 मुकद्दमे दर्ज किए जबकि हिंसक घटनाओं में 9 महिलाओं का कत्ल हुआ।
अपराध के खात्मे के लिए नशे का प्रचलन रोकना जरूरी: डा. पाटिल
जिला फाजिल्का के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. केतन बलिराम पाटिल ने कहा कि महिलाओं के प्रति समाज में बढ़ता आपराधिक ग्राफ गहन ङ्क्षचता का विषय है। अपराध रहित समाज का निर्माण तभी हो सकता है जब समाज का प्रत्येक शिक्षित नागरिक अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए पुलिस प्रशासन को क्राइम रोकने में सहयोग दे। डा. पाटिल ने कहा कि पुलिस जनता की सेवक है। महिलाओं व युवतियों की शिकायत पर पुलिस प्राथमिकता से काम करती है। फाजिल्का पुलिस को पूरे वर्षभर में जितनी भी शिकायतें प्राप्त हुईं उनमें तुरंत कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को इंसाफ दिलाया गया। उन्होंने कहा कि समाज से अपराध के खात्मे के लिए नशे का प्रचलन रोकना जरूरी है।