Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 08:51 AM
जिले में चल रहे 142 सेवा केन्द्रों से बड़ी गिनती में कर्मचारियों द्वारा इस हफ्ते की शुरूआत में एक बार फिर से अपने-अपने सेवा केन्द्रों का कामकाज बंद किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार स्टाफ के बार-बार कहने पर भी सैलरी की मांग पूरी न होती देखकर विरोध...
जालंधर (अमित): जिले में चल रहे 142 सेवा केन्द्रों से बड़ी गिनती में कर्मचारियों द्वारा इस हफ्ते की शुरूआत में एक बार फिर से अपने-अपने सेवा केन्द्रों का कामकाज बंद किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार स्टाफ के बार-बार कहने पर भी सैलरी की मांग पूरी न होती देखकर विरोध स्वरूप सारे स्टाफ द्वारा कड़ा कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है।
कर्मचारियों के बीच इस बात को लेकर आम राय बनने लगी है कि निजी कंपनी के खिलाफ रोष प्रदर्शन किए बिना उनकी कोई सुनवाई होना मुश्किल है इसलिए पूरे जिले के सारे सेवा केन्द्र जिसमें टाइप-1 सेवा केन्द्र भी शामिल है, पूर्ण रूप से बंद करके निजी कंपनी के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने की भी तैयारी की जा रही है।
सेवा केन्द्र में काम करने वाले स्टाफ का कहना है कि वे सब बी.एल.एस. ई-सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के पास काम करने वाले कर्मचारी हैं। कंपनी प्रबंधन के साथ उनका कोई विवाद चल रहा है और कंपनी प्रबंधन इस विवाद को सुलझाने का इच्छुक ही नहीं है। उल्लेखनीय है कि सेवा केन्द्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को पिछले 3 महीने से सैलरी ही नहीं मिल पा रही थी जिसके चलते उनकी तरफ से पहले भी रोष प्रदर्शन किए गए और कंपनी की तरफ से उन्हें एक महीने की सैलरी दे दी गई मगर 2 महीने की सैलरी अभी भी बाकी है।
पिछले 5 महीने के अंदर सेवा केन्द्रों में काम करने वाले कर्मचारियों की तरफ से लगातार चौथी बार सैलरी न मिलने को लेकर रोष प्रदर्शन किया जा चुका है। इस बीच कंपनी और स्टाफ के बीच लगातार संपर्क बना हुआ है और निजी कंपनी द्वारा इस बात को लेकर हरसंभव प्रयास किया जा रहा है कि स्टाफ किसी भी सूरत में काम बंद न करने पाए। इसके लिए स्टाफ की बकाया सैलरी को जल्दी रिलीज करवाने पर विचार किया जा रहा है।
इस पूरे मामले में एक बात तय है कि अगर निजी कंपनी द्वारा जल्द ही कोई ठोस कदम न उठाया गया तो स्टाफ द्वारा अपना रोष प्रदर्शन करने के लिए सारे सेवा केन्द्रों का कामकाज पूर्ण रूप से ठप्प किया जा सकता है जिससे आम जनता को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।