Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Dec, 2017 11:25 AM
नमो दरबार में ‘खाकी’ की हरियाली पहुंच गई है। मोदी की मंत्री हरसिमरत कौर बादल कपूरथला के ए.एस.आई. गुरबचन सिंह की हरियाली सहेजने के विलक्षण तरीके से खूब प्रभावित हैं।
कपूरथलाः नमो दरबार में ‘खाकी’ की हरियाली पहुंच गई है। मोदी की मंत्री हरसिमरत कौर बादल कपूरथला के ए.एस.आई. गुरबचन सिंह की हरियाली सहेजने के विलक्षण तरीके से खूब प्रभावित हैं। केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर बाकायदा गुरबचन सिंह की बच्चों को पौधे वितरित करते फोटो पोस्ट करके पंजाब पुलिस के अधिकारी के नि:स्वार्थ सेवा की सराहना की है।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 26 दिसंबर को यह ट्वीट किया। इसमें उन्होंने जहां गुरबचन सिंह की प्रशंसा की है, वहीं उनके सूबे को हरा-भरा बनाने के लिए भागीरथी प्रयास को सराहा है। उन्होंने ट्वीट में गुरबचन सिंह से आग्रह किया है कि अगर वह उनकी ‘नन्हीं छांव चैरिटेबल ट्रस्ट’ का हिस्सा बनते हैं तो उनके विलक्षण तरीके से पंजाब की हरियाली में इजाफा किया जा सकता है और दोनों मिलकर पंजाब को देश के हरियाली पटल पर ला सकते हैं, क्योंकि ट्रस्ट की ओर से ‘बूटा प्रसाद’ के तौर पर सूबे में लाखों की तादाद में पौधे वितरित और रोपित किए गए हैं।
पर्यावरण संरक्षण में पंजाब को सिरमौर बनाने के लिए इस तरह के प्रयासों की संख्या बढ़ना बेहद जरूरी है। केंद्रीय मंत्री की सराहना भरे ट्वीट के बाद जब ए.एस.आई. गुरबचन सिंह से ट्रस्ट का हिस्सा बनने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनका प्रयास केवल और केवल समाज, पर्यावरण और इंसानियत की बेहतरी है। ऑफ ड्यूटी में उनका पूरा समय समाज के लिए है। यह काम वह अपनी अंतरात्मा की तृप्ति और समाज के लिए करते हैं। यह काम पूरी तरह से धर्म, जाति, मजहब और सियासत से ऊपर उठकर कर रहे हैँ। इस मुहिम को वह किसी भी दायरे में नहीं बांधना चाहते हैं। हां, इतना जरूर है कि समाज, पर्यावरण और इंसानियत के फायदे के लिए चलने वाली हर मूवमेंट के लिए वह हमेशा तैयार है। बस, इसमें किसी का निजी स्वार्थ नहीं होना चाहिए, क्योंकि अब तक उन्होंने केवल समाज और पर्यावरण को प्राथमिकता दी है और हमेशा देते रहेंगे।
25 हजार पोस्टकार्ड से देश में लगवाए 50 हजार पौधे
ए.एस.आई. गुरबचन सिंह वहीं खाकी वर्दी में ईकोफ्रेंडली पुलिस मैन हैं। उन्होंने 2005 में समाचारपत्रों में छपने वाले रस्म पगड़ी व पाठ के भोग के विज्ञापनों के एड्रेस लेकर उन्हें पोस्टकार्ड में पर्यावरण संरक्षण के लिए संदेश देते है। अपने संदेश बिछुड़ने वाली आत्मा को दुनिया में जिंदा रखने के लिए उनके (दिवंगत) नाम पर पौधा रोपित करने का आग्रह करते हैं। उनकी इस मुहिम ने ऐसी हरी-भरी क्रांति ला दी है कि अब सोशल मीडिया पर उनके कार्यों को देखकर दूसरे सूबों के लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति सचेत हो रहे हैं। यहां तक कि शादी के बाद होने वाली रस्मों से पहले दुल्हन अपने पति से एक पौधा रोपित करवाने लगी हैं। यहीं नहीं, शादी समारोह में पर्यावरण संरक्षण के संकल्प लिए जाने लगे हैं। जून 2017 में गुरबचन सिंह की इस निष्काम मुहिम के लिए डी.जी.पी. पंजाब सुरेश अरोड़ा ने उन्हें हेड कांस्टेबल से ए.एस.आई. प्रमोट किया। गुरबचन सिंह पहले ऐसे पुलिस कर्मी हैं, जिन्हें समाज में बेहतरीन काम के लिए पदोन्नति मिली है। वहीं बीते 15 अगस्त को गुरदासपुर में राज्यस्तरीय समारोह में गुरबचन सिंह को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया था।