Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jun, 2017 08:18 AM
लोकल बॉडीज के एडीशनल चीफ सैक्रेटरी के पास शिकायत पहुंचने के बाद आखिर नगर निगम अफसरों ने दुगरी रोड पर नक्शा पास करवाए बिना बन रही बिल्डिंग पर भारी विरोध के बावजूद बुल्डोजर चला दिया।
लुधियाना(हितेश): लोकल बॉडीज के एडीशनल चीफ सैक्रेटरी के पास शिकायत पहुंचने के बाद आखिर नगर निगम अफसरों ने दुगरी रोड पर नक्शा पास करवाए बिना बन रही बिल्डिंग पर भारी विरोध के बावजूद बुल्डोजर चला दिया। इस मामले में मंजूरी के बगैर बन रही मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बारे पहले कमिश्नर को शिकायत मिलने पर ए.टी.पी. व इंस्पैक्टर को सस्पैंड किया गया था लेकिन अवैध निर्माण वैसे ही जारी रहा। जिसे लेकर नए सिरे से मौजूदा ज्वाइंट कमिश्नर को लिखित में शिकायत की गई। जिस पर कार्रवाई होने के मुद्दे पर शिकायतकर्ता का कहना है कि एस.टी.पी. व ए.टी.पी. को आला अफसरों द्वारा आदेश जारी होने के बावजूद कुछ नहीं हुआ।
क्योंकि बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारी काफी देर से फीस जमा होने का हवाला देकर इस काम्प्लैक्स का बचाव कर रहे थे। इस पर शिकायतकर्ता गत दिनों लुधियाना आए ए.सी.एस. सतीश चंद्रा से मिले और सारे मामले से वाकिफ करवाया। जिसके बाद हरकत में आए बिल्डिंग ब्रांच के स्टाफ ने पहले अफसरों से लिखित मंजूरी ली और सोमवार को जोन डी के सारे स्टाफ ने मौके पर धावा बोल दिया।
जहां बिल्डिंग मालिक ने विरोध किया तो दोनों पक्षों में झड़प भी हो गई। जबकि पुलिस की मदद से एक साथ दो जे.सी.बी. मशीनें लगाकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जिसमें मेन रोड की जगह गली की दीवारों को तोडऩे के कारण शिकायतकर्ता अभी भी इस कार्रवाई को आईवॉश बता रहे हैं।
अकालियों के विरोध से बचने के लिए सियासी अवैध होर्डिंगों पर अधूरी कार्रवाई
पंजाब में भले ही सरकार बदल गई है, लेकिन सियासी अवैध होर्डिंगों के हालात नहीं बदले। जिन बोर्डों को सड़कों किनारे या चौकों में लगाने की मंजूरी नहीं दी जा सकती और कोर्ट की तरफ से भी बिल्कुल मनाही है। फिर भी पहले अकाली-भाजपा व अब कांग्रेस के होर्डिंगों की हर जगह भरमार लगी हुई है।
जिस मामले पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ के दौरे के दौरान सारे रिकार्ड टूट गए। उन बोर्डों को छुट्टियां होने का हवाला देते हुए 3 दिन नहीं उतारा गया जबकि सोमवार को फिर अधूरी कार्रवाई ही गई। जिसकी वजह यह रही कि अकाली-भाजपा के धरने को लेकर भी होर्डिंगों लगाए गए थे। अगर उनको उतारते तो पहले कांग्रेस को खुश करने के आरोप में विरोध का सामना करना पड़ सकता था। इसका नतीजा यह है कि कई जगह दिशासूचक बोर्डों पर कांग्रेसी के नेताओं का कब्जा है।
गाड़ी बदलकर ज्वाहर नगर व आसपास के इलाकों से उठाई रेहडिय़ां
आम तौर पर यह चर्चा रहती है कि अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहबाजारी शाखा के आने की सूचना रेहड़ी-फड़ी वालों को पहले ही मिल जाती है। जिस कारण वे मौके से भाग जाते हैं और कुछ देर बाद दोबारा काबिज हो जाते हैं। ऐसे ही हालात से निपटने के लिए जोन डी के स्टाफ ने नया फार्मूला अपनाया कि गाडिय़ां बदलकर कार्रवाई की।
अतिक्रमणकारी आसानी से धरे गए। सुपरिंटैंडैंट हरतेज सिंह के मुताबिक ज्वाहर नगर मेन मार्कीट के अलावा कोचर मार्कीट से बस स्टैंड तक जाने वाली रोड पर लगती फल-सब्जी मंडी को हटाने की कार्रवाई की गई। जहां से सामान के अलावा 16 रेहडिय़ां जब्त की गई हैं।