Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Oct, 2017 03:40 PM
भले ही पंजाब सरकार ने 800 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने का फैसला किया है, पर इस सूची में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पैतृक गांव महिराज का स्कूल नहीं है।
पटियालाः भले ही पंजाब सरकार ने 800 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने का फैसला किया है, पर इस सूची में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पैतृक गांव महिराज का स्कूल नहीं है।
स्कूल काेठे मल्लुआणा गांव पंचायत के अंतर्गत आता है। इस स्कूल का छात्र-शिक्षक अनुपात जानकर आप हैरान हो जाएंगे। यहां कक्षा 5 वीं (प्राथमिक विद्यालय) तक केवल 5 छात्र है। इन छात्रों को पढ़ाने के लिए 2 रैगुलर शिक्षक तथा वालंटियर नियुक्त है। वहीं कक्षा छठी से लेकर आठवीं तक केवल चार छात्र हैं।इनके लिए पांच शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। वहीं कई ऐसे स्कूल है यहां छात्र तो है पर उनको पढ़ाने के लिए अध्यापक नहीं है। इस संबंधी गांव के सरपंच गमदूर सिंह का कहना है कि स्कूल बेहतर स्थिति में है। यहां हर सुविधा दी जाती है फिर भी विद्यार्थी यहां दाखिला नहीं लेते।
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा स्पष्ट ऐलान किया गया है कि जिन प्राइमरी स्कूलों में 20 से कम विद्यार्थी उन्हें नजदीकी स्कूलों में मर्ज कर दिया जाएगा। हालंकि कोठे मल्लूआणा गांव के मामले में यह दूरी 3 से 4 किलोमीटर के बीच में है। शायद इसी कारण इस स्कूल का मर्ज करने वाले स्कूलों की सूची में नहीं है।