Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 07:59 AM
गत 17 नवम्बर को ट्राला ड्राइवरी के लिए सऊदी अरब गए नूरपुरबेदी क्षेत्र के 3 युवक आखिरकार 1 माह तक अमानवीय जुल्मों का शिकार होने के उपरांत आपने घर लौट आए हैं। इन युवकों में एक अमृतसर जिले से संबंधित है। वर्णनीय है कि गांव मवा आबादी बातियां के 3...
नूरपुरबेदी (संजीव): गत 17 नवम्बर को ट्राला ड्राइवरी के लिए सऊदी अरब गए नूरपुरबेदी क्षेत्र के 3 युवक आखिरकार 1 माह तक अमानवीय जुल्मों का शिकार होने के उपरांत आपने घर लौट आए हैं। इन युवकों में एक अमृतसर जिले से संबंधित है। वर्णनीय है कि गांव मवा आबादी बातियां के 3 नौजवानों में शामिल अजय कुमार पुत्र सगली राम, जसवीर सिंह पुत्र सोमनाथ व सुरेश कुमार पुत्र चन्नण राम नंगल के एक एजैंट के माध्यम से, जबकि अमृतसर जिले के गांव मांगा सराय का एक अन्य युवक काबल सिंह पुत्र बलवीर सिंह जिला नवांशहर के एक एजैंट के माध्यम से ट्राला ड्राइवरी के लिए 17 नवम्बर को सऊदी अरब रवाना हुए थे।
बाद में 3 युवकों द्वारा वहां के एक व्यक्ति द्वारा उन्हें बंधुआ मजदूर बनाकर रखने और उन पर जुल्म बरपाए जाने की अभिभावकों को वीडियो भेजे जाने पर उक्त मामला तूल पकड़ गया था। आज भारत पहुंचे चारों युवकों ने अपने साथ हुए जुल्म की समूची दास्तां गांववासियों के समक्ष मीडिया को सुनाई। उन्होंने बताया कि जब हम चारों एक रात को वहां से भागे तब उनका अमृतसर का साथी काबल सिंह किसी तरह तबेले के मालिक के हाथ आ गया। काबल सिंह ने बताया कि जब वह अकेला पकड़ा गया तो उक्त तीनों युवकों संबंधी पूछताछ करने के लिए तबेले के मालिक ने उसके पैरों और शरीर के अन्य अंगों पर आग लगाकर अत्याचार किए। उक्त भागे हुए तीनों युवक भटकते हुए एक कंपनी के कैंप में पहुंच गए जहां वहां की पुलिस ने पुन: तीनों को उक्त तबेले के मालिक के हवाले कर दिया।
इसके बाद उक्त तबेले का मालिक उन पर अत्याचार करने लगा। पुलिस ने उक्त मामले में नामजद 3 एजंैटों में से 2 को देर सायं गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी नूरपुरबेदी कुलवीर सिंह कंग ने बताया कि नंगल के एजैंट तरसेम सैनी को गिरफ्तार करके अदालत से 4 दिन का रिमांड लिया गया है जबकि रौनक अली को देर सायं दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। इनका तीसरा साथी अभी फरार है। 5 लाख 30 हजार रुपए देकर युवकों को छुड़वाया आज मीडिया के समक्ष खुलासा करते हुए युवकों के अभिभावकों ने बताया कि सऊदी अरब में कार्य कर रहे गांव के एक अन्य युवक तरलोचन सिंह व बुंगा साहिब के नौजवान हरजिन्द्र सिंह की सहायता से उक्त युवकों को तबेले के मालिक की गिरफ्त से छुड़वाया गया। उन्होंने बताया कि दोनों युवकों ने तबेले के मालिक से लिखित समझौता करके 4 नौजवानों को छुड़वाने के बदले उसे 5 लाख 30 हजार रुपए (30 हजार रियाल) की राशि अदा की जिसके उपरांत युवकों की भारत वापसी मुमकिन हुई। उक्त राशि अभिभावकों व गांववासियों ने एकत्रित करके सऊदी अरब भेजी, जबकि भारत सरकार व प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिली।