Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 09:43 AM
साध्वी यौन शोषण के मामले में फंसे डेरा प्रमुख की 25 अगस्त को पंचकूला की सी.बी.आई. कोर्ट में पेशी है। इसी के मद्देनजर न्यायाधीश ने डेरा प्रमुख को
भटिंडा (विजय): साध्वी यौन शोषण के मामले में फंसे डेरा प्रमुख की 25 अगस्त को पंचकूला की सी.बी.आई. कोर्ट में पेशी है। इसी के मद्देनजर न्यायाधीश ने डेरा प्रमुख को निजी तौर पर पेश होने के लिए कहा है, क्योंकि इस मामले का फैसला किया जाना है।
निजी स्कूलों ने किया छुट्टी का ऐलान
बड़ी संख्या में डेरा प्रेमियों ने डेरा प्रमुख से आग्रह किया है कि वह किसी भी कीमत पर कोर्ट में पेश न हों, अगर वह गए तो उन्हें उनके शवों के ऊपर से गुजरना पड़ेगा। जैसे-जैसे 25 अगस्त नजदीक आ रही है लोगों की धड़कनें तेज हो रही हैं, जबकि पंजाब सरकार ने भी इससे निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध कर रखे हैं। बावजूद इसके डेरा समर्थकों को नियंत्रित करना पुलिस के बस की बात नहीं। यह सरकार की परीक्षा की घड़ी होगी। हालात को देखते हुए पंजाब-हरियाणा सरकार इस पर नजर रखे हुए हैं और तैयारी को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों सहित सभी विभागों के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और उनकी ड्यूटी पुलिस सहयोग के लिए लगाई गई है। आशंका के चलते निजी स्कूलों ने भी इस दिन छुट्टी का ऐलान कर दिया है। छात्रों के अभिभावकों को संदेश भेजकर स्कूल प्रबंधकों ने उन्हें इसके लिए अवगत करवा दिया है।
एमरजैंसी सेवाएं अलर्ट व दवाइयों का प्रबंध किया
आगजनी, ब्लास्ट या घायलों को लेकर सिविल सर्जन भटिंडा ने एमरजैंसी सेवाएं अलर्ट करते हुए विशेष दवाइयों का भी प्रबंध किया है। पंजाब सरकार द्वारा अस्पताल प्रबंधकों को निर्देश जारी कर अधिक से अधिक स्थान खाली रखने के लिए कहा गया है। छोटी-मोटी बीमारियों से पीड़ित लोगों को दवाई देकर छुट्टी करने के आदेश जारी किए गए हैं। प्रशासन हालात के मद्देनजर अधिक से अधिक बैड खाली रखना चाहता है ताकि गंभीर रूप से घायलों का तुरंत इलाज हो सके। वैसे ब्लड बैंक में रक्त की कोई कमी नहीं है फिर भी कोशिश की जा रही है कि 25 तारीख को कोई भी कमी न रहे।
पुलिस ने कई स्थानों का चयन कर अस्थायी जेलें बनाईं
डेरा समर्थकों की संख्या प्रति अंदाजा लगाते हुए पुलिस तथा जिला प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने व गिरफ्तार लोगों को रखने के लिए आधा दर्जन से अधिक अस्थायी जेलों का चयन किया है। शहर को 6 जोन में बांटकर पुलिस फोर्स लगा दी गई है। आधुनिक हथियारों से लैस केंद्रीय सुरक्षा बल पंजाब पुलिस की मदद से इन अस्थायी जेलों में गिरफ्तार लोगों को अपने नियंत्रण में रखेंगे। भटिंडा में मॉडर्न जेल की क्षमता 4000 से अधिक कैदियों की नहीं है, जिसके चलते अस्थायी जेलों को बनाया गया है।
अलर्ट पर मिलिट्री
अगर किसी तरह हालात बेकाबू होते हैं तो सेना की सहायता भी ली जा सकती है। जिलाधीश दीप्रवा लाकरा ने सोमवार को सेना के उच्च अधिकारियों से बैठक कर उन्हें स्थिति से निपटने के लिए सेना को अलर्ट रहने के लिए कहा है। सैनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिलवाया है कि उनके एक संदेश पर ही सेना स्थिति पर नियंत्रण कर लेगी।