Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 09:39 AM
मोहल्ला कच्चा शांति नगर निवासी जीत सिंह पुत्र मुख्तयार सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, पंजाब के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा, राष्ट्रीय मानव अधिकार कमीशन दिल्ली के चेयरमैन, एस.पी. राजपुरा, पंजाब स्टेट मानव अधिकार संगठन चंडीगढ़ के...
मंडी गोबिंदगढ़ (मग्गो): मोहल्ला कच्चा शांति नगर निवासी जीत सिंह पुत्र मुख्तयार सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, पंजाब के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा, राष्ट्रीय मानव अधिकार कमीशन दिल्ली के चेयरमैन, एस.पी. राजपुरा, पंजाब स्टेट मानव अधिकार संगठन चंडीगढ़ के चेयरमैन, डी.आई.जी. रोपड़, डी.एस.पी. राजपुरा समेत प्रदेश के आला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिख कर उनके पुत्र संदीप सिंह उर्फ रवि की हत्या के आरोप में मुकद्दमा दर्ज करके उसके कातिलों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई है।
इस अवसर पर संदीप सिंह उर्फ रवि के पिता जीत सिंह के साथ रवि की मां जसवंत कौर, बहन कुलदीप कौर, बहनोई गुरप्रीत सिंह तथा मौसी निर्मल कौर आदि भी उपस्थित थे। जीत सिंह ने बताया कि उनका पुत्र सरङ्क्षहद निवासी एक लोहा व्यापारी के पास नौकरी करता था। जोकि 5 अप्रैल 2017 को सरिए से भरे एक ट्रक में बैठ कर जा रहा था। उसकी पंजाब एवं हरियाणा की सीमा पर स्थित गांव घनौर जिला पटियाला के पास हत्या करके उसका शव एस.वाई.एल. नहर में फैंक दिया गया। शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में उसके सिर व शरीर के अन्य भागों में गंभीर चोटों के निशान पाए जाने का खुलासा हुआ था। इस पर उन्होंने अपने पुत्र की हत्या का आरोप एक्साइज विभाग के एक ई.टी.ओ., मौके पर मौजूद डी.एस.पी. व मंडी गोङ्क्षबदगढ़ तथा सरहिंद के कुछ लोहा व्यापारियों पर लगाया था।
उन्होंने कहा कि उनके बेटे की मौत की न तो अभी तक जांच हुई है तथा न ही करीब 7 माह बीतने पर उनके पुत्र के कत्ल के आरोप में कोई मुकद्दमा दर्ज हुआ। उन्होंने कहा कि आरोपी पैसों वाले व ऊंची पहचान रखने वाले लोग हैं जबकि वह रोजाना मेहनत करके अपना परिवार पालने वाला एक मामूली श्रमिक। यही कारण है कि उसकी कोई भी सुनवाई नहीं करता। उसने कहा कि यदि उसके पुत्र को इंसाफ न मिला तो वह अपने परिवार समेत कोई कड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर होगा। उसने दावा किया कि उसे गत दिवस राजपुरा के एक पुलिस अधिकारी ने बुलाया था। जहां पुलिस ने उन्हें जल्द आरोपियों से समझौता करवाने का दावा किया था। इसके उपरांत उन्हें आरोपी द्वारा 1.5 लाख रुपए की पेशकश भी की गई लेकिन वह अपने पुत्र की हत्या के आरोपियों को सजा दिलाना चाहता है ताकि उसके पुत्र की आत्मा को शांति मिल सके।