Edited By Updated: 18 Jan, 2017 12:17 PM
थाना मेहरबान के अधीन आते करीब एक दर्जन गांवों में दिन-रात सरेआम अवैध रेत का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।
लुधियाना (अनिल): थाना मेहरबान के अधीन आते करीब एक दर्जन गांवों में दिन-रात सरेआम अवैध रेत का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इसके खिलाफ कार्रवाई करने वाला पुलिस व माइनिंग विभाग कुंभकर्णी नींद सो रहा है। गांव जमालपुर लेली, चूहड़वाल, कासाबाद, मत्तेवाड़ा, मंगली खास, बूथगढ़, ससराली कालोनी, ढोलनवाल, हैदर नगर, गरचा, सत्तोवाल आदि में बेरोक-टोक दिन-रात रेत माफिया रेत की तस्करी करके लाखों रुपए कमा रहा है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के चलते राजनीतिक शह पर इन गांवों में रेत का कारोबार बिना किसी रोक के चलाया जा रहा है, जबकि थाना मेहरबान पुलिस ने गांव जमालपुर लेली में एक पुलिस टीम भी तैनात की हुई है परंतु फिर भी यहां पर अवैध रेत का कारोबार खूब चल रहा है। अवैध रेत का गढ़ माने जाने वाले जमालपुर व चूहड़वाल में 24 घंटे अवैध रेत से भरे टिप्पर व ट्रॉलियां गांव के चारों तरफ खड़े रहते हैं। रेत के अवैध कारोबारियों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो रही है। उक्त गांवों से सैंकड़ों टिप्पर व ट्रॉलियों में अवैध रेत महानगर में सप्लाई हो रही है परंतु किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं होता।
अगर कभी किसी रेत माफिया का कोई वाहन माइङ्क्षनग व पुलिस विभाग द्वारा पकड़ लिया जाता है तो उसी समय रेत माफिया को संरक्षण देने वाले राजनीतिक नेता अपनी पहुंच का इस्तेमाल करके वाहनों को छुड़ा लेते हैं, जिस कारण कोई भी विभाग उन पर कार्रवाई करने की कोशिश नहीं करता है। गत दिनों पुलिस ने अवैध रेत के पकड़े वाहन को छोड़ा थाना मेहरबान के अधीन आते गांव नूरवाला में गांववासियों ने 9 जनवरी को अवैध रेत की भरी ट्रॉली पकड़कर पुलिस के हवाले की परंतु पुलिस टीम ने रेत तस्करी व गांववासियों के मध्य राजीनामा करवाकर किसी भी वाहन को जब्त करके उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे साफ पता चलता है कि पुलिस की रेत माफिया के साथ गहरी सांठगांठ है।