Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Aug, 2017 11:21 AM
सीमावर्ती क्षेत्र में रेत माफिया की गतिविधियों को लगाम लगाने में पंजाब की कांग्रेस सरकार भी नाकाम साबित हो रही है। जिले में विभिन्न स्थानों पर
फिरोजपुर(जैन): सीमावर्ती क्षेत्र में रेत माफिया की गतिविधियों को लगाम लगाने में पंजाब की कांग्रेस सरकार भी नाकाम साबित हो रही है। जिले में विभिन्न स्थानों पर होने वाली अवैध माइनिंग की पूरी रिपोर्ट कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के दरबार में पहुंचने के बाद भी अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो पाई। पवन तनेजा नामक एक व्यक्ति द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूरी स्थिति से अवगत करवाया गया है। अधिकारियों द्वारा जब भी किसी खदान पर छापेमारी की जाती है तो कुछ समय के लिए माफिया के लोग वहां से भाग जाते हैं, जबकि उसके बाद फिर से रेत खनन शुरू हो जाता है।
अप्रूव्ड खदानों की भी कट रही पर्चिया : कस्बा जीरा के अलावा विधानसभा क्षेत्र देहाती व गुरुहरसहाय के अनेकों गांवों में अवैध खदानें चल रही हैं। माफिया द्वारा प्रूव्ड खदानों की बजाय अप्रूव्ड खदानों की पर्ची काटकर रेत बेचकर खूब काली कमाई की जा रही है। काला धन जमा करने वालों पर कार्रवाई करने की बात कहने वाली केन्द्र सरकार भी इन्हें पकडऩे में फेल साबित हो रही है।
किसानों की आत्महत्याओं का बड़ा कारण : माफिया द्वारा कुछ भोले-भाले किसानों को रुपयों का लालच देकर भूमि ठेके पर ली जाती है। उसके बाद गहराई तक रेत खनन करने के चलते भूमि बंजर बन जाती है और उस पर दोबारा खेती करनी मुश्किल हो जाती है। एक विशेषज्ञ के मुताबिक कई बार किसानों की आत्महत्याओं का यह भी बड़ा
कारण बनता है।
ममदोट के पास चल रही खदानें: कस्बा ममदोट जोकि पूरा क्षेत्र सीमावर्ती है, यहां के अनेक गांवों में खदानें चल रही हैं। पूरा खेल माइनिंग विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत और राजनीतिक शह पर हो रहा है। जो भीइन पर आवाज उठाने की कोशिश करता है उस पर राजनीतिक दबाव बना उसे चुप करवा दिया जाता है। अवैध माइनिंग नहीं होगी बर्दाश्त (डी.सी.) डिप्टी कमिश्नर रामवीर ने कहा कि अवैध माइनिंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अधिकारियों की टीम द्वारा कई बार सूचना के आधार पर ऐसी खदानों पर छापेमारी कर मशीनें, टिप्पर, ट्रालियां बरामद कर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाती है।