Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 May, 2017 02:37 PM
मन में आगे बढऩे और कुछ करने की चाह हो तो कोई भी मुश्किल हो, वो खुद ही आसान बन जाती है। सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल
पटियाला (प्रतिभा): मन में आगे बढऩे और कुछ करने की चाह हो तो कोई भी मुश्किल हो, वो खुद ही आसान बन जाती है। सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल त्रिपड़ी से 10वीं में 86.62 फीसदी अंक हासिल करने वाली मनप्रीत कौर इस बात का उदाहरण है। बिना पेरैंट्स के गरीबी में अपनी दादी के साथ रहकर दिन-रात पढ़ाई करके मनप्रीत ने 10वीं में 80 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल किए हैं, जोकि सुविधाओं वाले परिवार के बच्चे भी अक्सर नहीं प्राप्त कर पाते हैं। स्कूल में दूसरे स्थान पर रही मनप्रीत कामर्स स्ट्रीम लेकर आगे की पढ़ाई करना चाहती है और कुछ बनकर अपने 2 छोटे भाइयों को भी आगे पढ़ाना चाहती है।
अपनी दादी को ही मानती है मां
अपनी दादी माया देवी के हर सहयोग और प्यार-स्नेह के लिए वो खुद को बहुत किस्मत वाली मानती है क्योंकि माता-पिता के जाने के बाद उसकी दादी ने मां का प्यार दिया। करीब 12 साल पहले मनप्रीत ने अपने पिता को खो दिया और माता की कहीं और शादी करवा दी गई। तब मनप्रीत बहुत छोटी थी और उससे छोटे 2 भाई भी हैं। अब दोनों भाई पढ़ाई कर रहे हैं और एक छोटा भाई 9वीं क्लास में है जोकि पढ़ाई में बहुत होशियार है। वह अरबिंदो स्कूल में पढ़ता है और उसका पढ़ाई का खर्च व अन्य खर्च भी स्कूल ही उठाता है। मनप्रीत और उसकी दादी को आर्थिक मदद उसके चाचा देते हैं। उसके चाचा खुद चाहते हैं कि मनप्रीत आगे पढ़े और कुछ बन जाए।