Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Dec, 2017 01:24 PM
करीब 3 साल के अंतराल के बाद 2 सितम्बर को शुरू हुई लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट ने देश के घोस्ट एयरपोर्टों में शुमार होने वाले महानगर के साहनेवाल एयरपोर्ट को फिर से गुलजार करने में अहम भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान स्कीम के तहत 2...
लुधियाना(बहल): करीब 3 साल के अंतराल के बाद 2 सितम्बर को शुरू हुई लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट ने देश के घोस्ट एयरपोर्टों में शुमार होने वाले महानगर के साहनेवाल एयरपोर्ट को फिर से गुलजार करने में अहम भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान स्कीम के तहत 2 सितम्बर से लेकर 7 दिसम्बर तक 3 महीनों में कुल 5062 पैसेंजर्स ने लुधियाना से दिल्ली तक आवागमन किया है और 84 प्रतिशत औसत पैसेंजर्स लोड के साथ उड़ानों का यह ग्राफ नॉर्थ सैक्टर में एक रिकॉर्ड है।
साहनेवाल एयरपोर्ट के डायरैक्टर ए.एन. शर्मा के मुताबिक एविएशन फील्ड में लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट की सफलता के मद्देनजर अगले माह एयर डैकन भी अपनी उड़ानें शुरू करने जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में लुधियाना के उद्योगपतियों को सप्ताह में 6 दिन की फ्लाइट की मांग भी पूरी होने की संभावना है। बता दें कि एयर इंडिया का विंटर शैड्यूल 29 अक्तूबर को जारी होने के बाद पराली जलाने की घटनाओं के कारण स्मॉग बढऩे से 22 दिनों में लगातार 12 फ्लाइटें कैंसिल होने से लुधियाना निवासी काफी परेशान हो गए थे लेकिन 2 दिन लगातार बारिश पडऩे से मौसम साफ होने से लुधियाना-दिल्ली फ्लाइटों के लगातार चलने का सिलसिला जारी है।
साहनेवाल एयरपोर्ट पर डी.वी.ओ.आर. स्थापित होने के कारण 5000 मीटर की न्यूनतम विजिबिलिटी में विमान के लैंड और टेकऑफ होने की सीमा घटकर 1500 मीटर होने से विंटर शैड्यूल की फ्लाइटें संभव हो सकी हैं। लुधियाना में इंडस्ट्री एवं निर्यातकों की सुविधा के लिए इंस्ट्रूमैंट लैंडिंग सिस्टम साहनेवाल एयरपोर्ट पर शीघ्र स्थापित होना चाहिए, ताकि गहरी धुंध में शून्य विजिबिलिटी पर भी विमान लैंड और टेकऑफ करने में सक्षम होने से फ्लाइट कैंसिल होने की परेशानी से छुटकारा मिल सके। वीरवार को 2500 मीटर से अधिक विजिबिलिटी में 70 सीटर एयरक्राफ्ट 63 पैसेंजर्स के साथ दिल्ली से लुधियाना लैंड हुआ और 66 पैसेंजर्स को लेकर शैड्यूल टाइम से 10 मिनट पूर्व ही दिल्ली के लिए रवाना हो गया।