Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2017 08:41 AM
शिरोमणि अकाली दल की राजनीतिक मामलों बारे कमेटी (पी.ए.सी.) ने आज फैसला किया है कि कांग्रेसियों द्वारा अकाली वर्करों पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए जबर विरोधी लहर आरंभ की जाएगी।
चंडीगढ़ (पराशर): शिरोमणि अकाली दल की राजनीतिक मामलों बारे कमेटी (पी.ए.सी.) ने आज फैसला किया है कि कांग्रेसियों द्वारा अकाली वर्करों पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए जबर विरोधी लहर आरंभ की जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह को भी चेतावनी दी गई है कि वह एस.वाई.एल. के मुद्दे पर किसी भी हालत में पंजाब के हितों से सौदेबाजी न करें।
पार्टी के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल की अध्यक्षता में हुई पी.ए.सी. की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया कि पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल 25 जुलाई को डेरा बाबा नानक से जबर विरोधी लहर का आगाज करेंगे और इसके बाद कांग्रेसी ज्यादतियों का शिकार हुए सभी परिवारों को मिलने के लिए वह पूरे प्रदेश का चक्कर लगाएंगे।
इस मामले पर सुखबीर ने कहा कि हर अकाली वर्कर के साथ कंधे से कंधा जोड़ कर खड़ा होना मेरा पहला फर्ज है। कांग्रेस सरकार द्वारा अपने वर्करों के जरिए अकालियों पर करवाई जा रही ज्यादतियों को रुकवाने के लिए अकाली दल एक जनांदोलन शुरू करेगा। हम पीड़ितों की मदद करने के लिए हर जिले में कमेटियां बनाएंगे। हमारे वर्करों के खिलाफ दर्ज किए गए झूठे केसों को लडऩे के लिए हम एक सिस्टम भी बना रहे हैं।
सुखबीर ने यह भी ऐलान किया कि वह हाल ही में लुधियाना में बेरहमी से कत्ल किए गए पादरी सुल्तान मसीह के घर जाएंगे। पी.ए.सी. ने इस घटना की ङ्क्षनदा की और पीड़ित परिवार से दुख सांझा करने वाला एक प्रस्ताव भी पास किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि वह महीने में 2 बार 2 दिन के लिए पार्टी दफ्तर में बैठकर अकाली वर्करों की शिकायतें सुना करेंगे। इसकी शुरूआत अगले महीने से पहले 1-2 अगस्त और फिर 16-17 अगस्त को वर्करों की शिकायतें सुनकर की जाएगी।