Edited By Updated: 17 Nov, 2016 12:45 AM
सुप्रीम कोर्ट ने भले ही एस.वाई.एल. पर हरियाणा के पक्ष में फैसला दिया है लेकिन इसका फायदा अकाली दल इसे पंथक और पानी के साथ जोड़ ...
जालन्धर(राकेश बहल): सुप्रीम कोर्ट ने भले ही एस.वाई.एल. पर हरियाणा के पक्ष में फैसला दिया है लेकिन इसका फायदा अकाली दल इसे पंथक और पानी के साथ जोड़ कर लेगा। क्योंकि पंजाब में इस समय नशे को लेकर लोगों में सरकार के प्रति रोष है लेकिन इस फैसले के आने के बाद अकाली दल इस रणनीति पर काम कर रहा है इस मुद्दे को तूल देकर पंथ और पानी पर राजनीति की जाए। अकाली दल पिछले काफी समय से इस पर रणनीति तैयार कर रहा है। पंथ के नाम पर तो अकाली दल ने राजनीति शुरू कर ही दी थी, लेकिन पानी के मुद्दे को पंजाब और पंजाबीयत से जोड़ कर वह अपना चुनावी कंपेन इसके इर्द-गिर्द घुमाएंगे।
एक अकाली मंत्री का कहना है कि आने वाले दिनों में एस.वाई.एल. के मुद्दे पर कांग्रेस को एक्सपोज करने के लिए रैलियां की जाएंगी और सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि अकाली दल की ओर से गुप्त तौर पर करवाए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई थी कि सिख वोट आम आदमी पार्टी की तरफ है इसलिए शिअद को पंथक एजैंडा नहीं छोडऩा चाहिए। यही कारण है कि शिअद ने डिवैल्पमैंट की बात छोड़ इन मुद्दों की तरफ अपना ध्यान देना शुरू कर दिया है।
भाजपा चलेगी पंजाब में दोगली रणनीति
भाजपा हाईकमान ने राज्य भाजपा को एस.वाई.एल. का विरोध करने को कहा है और पंजाब का दौरा करने वाले नेताओं से कहा है कि वे इस मामले पर गोल-मोल जवाब दें। यही कारण था कि पंजाब भाजपा के प्रभारी व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जालंधर दौरे के दौरान इस पर कोई सीधा जवाब देने से गुरेज किया। 20 नवम्बर को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंजाब आ रहे हैं तब इस पर वह खुलकर अपना पक्ष रख सकते हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यह एक अहम मुद्दा है फिलहाल उन्हें वेट एंड वॉच की रणनीति पर काम करेगी।