Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 10:13 AM
25 अक्तूबर को दिल्ली में आर.एस.एस. के विंग राष्ट्रीय सिख संगत द्वारा दशमेश पिता साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का मनाया जा रहा 350वां प्रकाश पर्व समागम विवादों में घिरता जा रहा है। जहां सिख जगत में उक्त प्रोग्राम का विरोध हो रहा है, वहीं सरबत खालसा...
तलवंडी साबो(मुनीश): 25 अक्तूबर को दिल्ली में आर.एस.एस. के विंग राष्ट्रीय सिख संगत द्वारा दशमेश पिता साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का मनाया जा रहा 350वां प्रकाश पर्व समागम विवादों में घिरता जा रहा है। जहां सिख जगत में उक्त प्रोग्राम का विरोध हो रहा है, वहीं सरबत खालसा के जत्थेदार साहिबान ने आज एक सांझा बयान जारी कर कहा कि कोई भी सच्चा सिख उक्त समागाम में शामिल न हो।
आज सरबत खालसा कंट्रोल रूम से श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड, तख्त श्री दमदमा साहिब के भाई बलजीत सिंह दादूवाल और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के भाई अमरीक सिंह अजनाला ने सांझे तौर पर जारी किए बयान में कहा कि आर.एस.एस. पिछले काफी समय से सिख परमपराओं को खत्म कर ब्राह्मणवाद फैलाने का यत्न कर रही है और अब नरेंद्र मोदी के राज में सरेआम सिखों के धार्मिक मामलों में दखलअंदाजी शुरू कर दी है जो बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
सरबत खालसा जत्थेदारों ने कहा कि आर.एस.एस. की पंथ विरोधी गतिविधियों के चलते ही श्री अकाल तख्त साहिब से उसके खिलाफ हुक्मनामा जारी हुआ था लेकिन डेरा सिरसा मुखी के खिलाफ जारी हुए हुक्मनामे की तरह शिरोमणि कमेटी के जत्थेदार आर.एस.एस. के खिलाफ जारी हुक्मनामे से पीछे हटते दिखाई दे रही है और इससे भी बड़ी बात यह है कि इकबाल सिंह पटना साहिब वाला उक्त समागम में मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत कर रहा है जो शर्मनाक है।