Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 09:34 AM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा जहां आर.एस.एस. कार्यकत्र्ता रविन्द्र गोसाईं की हत्या की जांच एन.आई.ए. के हवाले करने के आदेश दिए गए हैं, वहीं पंजाब पुलिस हत्यारों की सूचना देने वाले को 50 लाख का ईनाम व सब-इंस्पैक्टर की नौकरी देने की घोषणा कर...
लुधियाना(पंकज): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा जहां आर.एस.एस. कार्यकत्र्ता रविन्द्र गोसाईं की हत्या की जांच एन.आई.ए. के हवाले करने के आदेश दिए गए हैं, वहीं पंजाब पुलिस हत्यारों की सूचना देने वाले को 50 लाख का ईनाम व सब-इंस्पैक्टर की नौकरी देने की घोषणा कर रही है। पुलिस कमिश्नर आर.एन. ढोके ने मीडिया से विशेष भेंटवार्ता दौरान बताया कि पंजाब पुलिस की तरफ से गोसाईं की हत्या करने वाले मोटरसाइकिल सवार हत्यारों की जानकारी देने वाले का न सिर्फ नाम गुप्त रखा जाएगा बल्कि उसे पंजाब पुलिस 50 लाख का नकद ईनाम व सब-इंस्पैक्टर की नौकरी भी देगी।
अगर देखा जाए तो हत्यारों द्वारा न सिर्फ चुन-चुन कर ऐसी शख्सियतों को निशाना बनाया जा रहा है जिन पर हमले के बारे कोई सोच भी नहीं सकता। सातों हत्याओं में हत्यारों की न सिर्फ स्टैटजी एक जैसी रही, वहीं उन लोगों को निशाना बनाया गया जिनका विवादों से दूर तक कोई वास्ता नहीं था। अपराधियों द्वारा की गई इन हत्याओं के पीछे का मकसद तो काफी बड़ा रहा होगा व बाकी हत्याएं पुलिस को उलझाने की थ्यूरी के तहत की गई हों। पहले केस से उभरने से पहले दूसरी हत्या कर पुलिस की जांच पर पानी फेर उसे उलझाया जा रहा है।