Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 11:11 AM
दिल्ली में हुए राष्ट्रीय सिख संगत के कार्यक्रम में शिरोमणि अकाली दल बादल की भूमिका को लेकर भाजपा में बेशक किसी प्रकार की कोई चर्चा न हो लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में उक्त कार्यक्रम में अकाली दल की भूमिका को लेकर न केवल चिंता है बल्कि रोष भी है।...
जालंधर(पाहवा): दिल्ली में हुए राष्ट्रीय सिख संगत के कार्यक्रम में शिरोमणि अकाली दल बादल की भूमिका को लेकर भाजपा में बेशक किसी प्रकार की कोई चर्चा न हो लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में उक्त कार्यक्रम में अकाली दल की भूमिका को लेकर न केवल चिंता है बल्कि रोष भी है। शायद संघ अकाली दल की भूमिका पर उसे माफ करने के मूड में भी नहीं है, यही कारण है कि संघ की तरफ से पंजाब में जिस प्रकार की तारीफ कभी अकाली दल की नहीं की गई उससे कहीं बेहतर तरीके से पंजाब की कांग्रेस सरकार की प्रशंसा की जा रही है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक जगदीश गगनेजा, लुधियाना में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी रविंद्र गोसाईं तथा पंजाब में अन्य लोगों की हत्याओं को लेकर पंजाब पुलिस ने बड़े नैटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब के मीडिया इंचार्ज रामगोपाल ने सोशल मीडिया पर इस सफलता के लिए पंजाब पुलिस व पंजाब सरकार दोनों की पीठ थपथपाई तथा शाबाशी दी है। रामगोपाल की सोशल मीडिया साइट पर जिन लोगों ने भी कमैंट किए हैं उनमें से अधिकतर ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह की पीठ थपथपाई है, जबकि एक अन्य व्यक्ति ने लिखा है कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह और बादल अच्छे प्रशासक हैं जो आम जनता से जुड़े हुए हैं लेकिन पंजाब भाजपा के लोग...। यहीं पर लाइन को छोड़ दिया गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में राष्ट्रीय सिख संगत की तरफ से गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के संबंध में आयोजित कार्यक्रम का शिरोमणि अकाली दल ने पूरी तरह से विरोध किया था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख कृपाल सिंह बडूंगर ने भी उक्त कार्यक्रम का विरोध किया था। हाल ही में बडूंगर का एक और बयान आया है जिसमें कहा गया है कि खालिस्तान की मांग करना गलत नहीं है। इस मामले में पंजाब भाजपा की तरफ से भी एक-दो बयान देकर बडूंगर के बयान की ङ्क्षनदा की गई। खास बात यह रही कि छोटी-छोटी बात पर बयानबाजी करने वाले भाजपा के बड़े नेता बडंूगर की बात पर खामोश रहे। उधर इस मामले में रामगोपाल से बात की गई तो उनका कहना था कि यह एक बड़ी सफलता थी जिसके लिए पुलिस व सरकार की तारीफ बनती है। संभवत: पिछली अकाली-भाजपा सरकार ने भी कोशिश की होगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी भी वही हैं जो उस समय तैनात थे।