Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 05:30 PM
पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने राज्य में आतंकवाद के पुर्नजीवित होने की संभावना पर पूरी तरह से विराम लगाते हुए कहा है कि जनता के सहयोग से पूरी तरह से चौकस पंजाब पुलिस प्रदेश में शांति व अमन को हर कीमत पर बना कर रखेगी। वह आज 58वें पुलिस...
जालन्धर (धवन): पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने राज्य में आतंकवाद के पुर्नजीवित होने की संभावना पर पूरी तरह से विराम लगाते हुए कहा है कि जनता के सहयोग से पूरी तरह से चौकस पंजाब पुलिस प्रदेश में शांति व अमन को हर कीमत पर बना कर रखेगी। वह आज 58वें पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर पी.ए.पी. स्टेडियम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पंजाब में अब काले दिनों की वापसी नहीं होगी।
जनता भी चाहती है प्रदेश में पूरी तरह से अमन व शांति
जनता भी प्रदेश में पूरी तरह से अमन व शांति चाहती है तथा वह कट्टरपंथियों को उनके इरादों में कामयाब नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि केवल कुछेक लोग ही आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं जबकि अधिकांश लोग इसके खिलाफ हैं।लुधियाना में आर.एस.एस. नेता रविन्द्र की हत्या की जांच राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) को सौंपे जाने संबंधी पूछे गए प्रश्र के उत्तर में डी.जी.पी. अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह का फैसला बिल्कुल उचित है क्योंकि इससे विभिन्न सुरक्षा एजैंसियों द्वारा की जा रही जांच को एक प्लेटफार्म पर लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि एन.आई.ए. के अधीन सभी सुरक्षा एजैंसियों द्वारा मुख्य अभियुक्तों को पकडऩे व सजा दिलाने में मदद मिलेगी। अरोड़ा ने कहा कि एन.आई.ए. को आर.एस.एस. नेता की हत्या का मामला सौंपने के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि इसके पीछे छिपे बड़े षड्यंत्र को बेनकाब किया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा राष्ट्रीय जांच एजैंसी को आर.एस.एस. नेता हत्याकांड के मामले में पूरा सहयोग दिया जाएगा।
विदेश में बसे लोगों का हाथ होने की संभावना
उन्होंने कहा कि आरंभिक जांच से पता चलता है कि आर.एस.एस. नेता रविन्द्र की हत्या के लिए अपनाया गया ढंग माता चांद कौर की हत्या से अलग था परन्तु यह हत्याकांड जालन्धर में आर.एस.एस. नेता जगदीश गगनेजा तथा लुधियाना में पादरी की हत्या से मिलता-जुलता था। इसलिए इस मामले में विदेश में बसे लोगों का हाथ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। राज्य के कुछ हिस्सों में खालिस्तानी हितैषी पोस्टर लगने के बारे में डी.जी.पी. ने कहा कि पुलिस इन मामलों की जांच कर रही है तथा ऐसे मामले पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है तथा पुलिस इस चुनौती को कबूल करती है। डी.जी.पी. ने इस अवसर पर कहा कि राज्य में कुर्बानियों के बाद बहाल शांति व्यवस्था को भंग नहीं होने दिया जाएगा। डी.जी.पी. ने मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा शहीद सरकारी मुलाजिमों के परिजनों के लिए विशेष पैंशन रिलीज करने के फैसलेका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इन परिवारों को पूरी पैंशन मिलेगी।